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शेरों के बीच पांच दिनों तक जंगल में भटकता रहा 8 साल का बच्चा, ऐसे रखा खुद का ख्याल

जिम्बाब्वे में एक खतरनाक जंगल में आठ साल के बच्चे के लापता होने की जानकारी सामने आई. बताया गया कि अपने गांव से भटक कर पांच दिनों तक जंगल में रहा. इस बीच उसने खुद को कैसे बचाए रखा. इसकी जानकारी सामने आई है. वहीं लोगों ने बच्चे के रेस्क्यू को चमत्कार बताया है.

शेरों के बीच पांच दिनों तक जंगल में भटकता रहा 8 साल का बच्चा, ऐसे रखा खुद का ख्याल
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( Image Source:  Social Media: X )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 5 Jan 2025 2:51 PM IST

जिम्बाब्वे के एक खतरनाक जंगल माटुसाडोना नेशनल पार्क में एक आठ साल के बच्चे की खोने की जानकारी सामने आई थी. जानकारी के अनुसार टिनोटेंडा पुंडु पिछले पांच दिनों से इस जंगल में भटक गया था. घने जंगल में जानवरों के बीच बच्चे ने खुद को बचाए रखा. पांच दिनों तक उसने अपना समय फल और गड्ढा खोदकर पानी निकालकर पिया.

वहीं फिलहाल बच्चे को रेसक्यू कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार बच्चे को रेस्क्यू कर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. फिलहाल उसे ड्रिप पर रखा गया है.

गांव से भटककर पहुंचा जंगल

जानकारी के अनुसार 27 दिसंबर को टिनोटेंडा पुंडू को गांव से भटक कर खो गया था. इस तरह लगभग 30 मील (50 किमी) दूर, माटुसाडोना नेशनल पार्क में कमजोर अवस्था में पाया गया. हालांकि उसे ढूंढने के कई प्रयास किए गए. लेकिन जिस समय उसे ढूंढ कर रेस्क्यू कर लिया गया उस दौरान वह कमजोर और डिहाइड्रेटेड हालत में मिला. आपको बता दें कि ये जंगल काफी खतरनाक है, यहां से जिंदा वापस आने पर हर कोई हैरान है.

गड्ढा खोदकर निकाला पानी

जानकारी के अनुसार इन पांच दिनों टिनोटेंडा के हुनर ने उसका साथ दिया. उसने भले ही फल खाकर भूख को शांत किया. लेकिन गड्ढा खोदकर उसमें से पानी निकालकर पीया. इस हुनर को उसने जिन इलाकों में सूखा पड़ता है वहां रहने के दौरान सीखा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बच्चा इतना होशियार था कि सोने के लिए उसने चट्टानों का सहारा लिया. ऐसा इललिए क्योंकी जंगल में मौजूद जंगली जानवर उसे नुकसान न पहुंचा सके.

आवाज सुनकर शायद लौट आए

बात करें रेस्क्यू की तो बच्चे की गुम होने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया. इसमें पुलिस की ग्रामीणों ने भी मदद की. जोर से ढोल बजाए गए ताकी उनकी आवाज सुनकर बच्चा दौड़कर आ जाए और उसकी जान बचाई जाए. वहीं ऐसा ही कुछ हुआ जब रेंजर्स की आवाज बच्चे ने सुनी तो वो उनकी तरफ दौड़कर पहुंचा. लेकिन तब तक गाड़ी वहां से जा चुकी थी. लेकिन वापस आते समय रेंजर्स को उसके छोटे पैरों के निशान दिखे जिससे उसे ढूंढ निकाला गया.

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