बांग्लादेश में हिंदुओं का हुआ बुरा हाल, यूनुस सरकार से इन मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे
बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ हिंदुओं ने आवाज उठाई है. सनातन जागरण मंच ने स्थानीय हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर सवाल उठाते हुए मोहम्मद यूनुस के समक्ष अधिकारों समेत सुरक्षा की मांग की है. साथ ही ये भी कहा कि जब-जब बांग्लादेश में सरकार बदलती है. हिंदुओं पर अत्याचार के मामले भी बढ़ जाते हैं.

बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बाद मोहम्मद यूनुस देश की कमान संभाल रहे हैं. मोहम्मद यूनुस के PM बनने के बाद हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार की कई घटनाएं और मामले सामने आ चुके हैं. इस पर भारत ने कई बार अपना पक्ष रखते हुए चिंता जाहिर की है. वहीं अब SJM सनातन जागरण मंच ने स्थानीय हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर सवाल उठाए हैं.
इसी क्रम में शुक्रवार को बड़ी संख्या में बांग्लादेश में हिंदू मोहम्मद यूनुस सरकार के सामने इकट्ठा हुए. साथ ही अपनी मांगों को सामने रखा. इसमें कई मांगे उन्होंने युनूस सरकार के सामने रखी हैं.
सड़कों पर उतरे हिंदू, उठा रहे कई मांग
मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में हिंदू अपने अधिकार और सुरक्षा को लेकर सड़कों पर उतरे नजर आए. उनकी मांग है, कि सरकार ल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के मामलों में जल्द से जल्द सुनवाई करते हुए इसका समाधान निकाले, जो इस हिंसा के दौरान बहुत कुछ झेल रहे हैं. उन्हें मुआवजा समेत रहने के लिए आवास दें, अल्पसंख्यक संरक्षण अधिनियम लागू करना, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का गठन करना और हिंदू कल्याण ट्रस्टों को हिंदू फाउंडेशन में अपग्रेड करना जैसी मांगे सरकार के सामने रखी गई हैं.
इन मांगों को भी रखा सामने
उन्होंने ये भी मांग दोहराई है कि इस हिंसा के दौरान संपत्ति गवाई है. उन्हें वापस लिया जाए. संरक्षण अधिनियम और सौंपी गई संपत्ति के हस्तांतरण अधिनियम का सही क्रियान्वयन किया जाना चाहिए. इसी के साथ हिंदुओं के लिए अल्पसंख्यकों के लिए पूजा स्थल बनाए जाए. इसी के साथ हॉस्टल में प्रेयर रूम्स की मांग की है. इतना ही नहीं दुर्गा पूजा के दौरान छुट्टी से लेकर संस्कृत शिफ्ट शिक्षा बोर्ड के आधुनिकरण की मांग रखी है.
हर बार बढ़ते हैं हिंदुओं पर अत्याचार
सनातन जागरण मंच (SGM) का कहना है कि जब कभी बांग्लादेश में तख्ता पलट होता है. हिंदुओं पर अत्याचार के मामले भी उतनी ही तेजी से बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भी ऐसी ही कई खबरें सामने आ रही हैं. हालांकि काफी समय के बाद इस अत्याचार के खिलाफ बांग्लादेशी हिंदुओं ने आवाज उठाई है. साथ ही मामले से जुड़े सभी दोषियों के खिलाफ आवाज उठाते हुए उन्हें सजा देने और अपने अधिकारों की मांग की है.