अपने बयान में ऐसा क्या बोलीं शेख हसीना, जिसके कारण बांग्लादेश में फिर भड़क उठी हिंसा?
बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के आवास को आग के हवाले कर दिया. दरअसल हाल ही में शेख हसीना ने एक बयान जारी किया था. जिसके बाद से ही हिंसा भड़क उठी है.

बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंसा हो रही है. दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को ऑनलाइन के माध्यम से देश को संबोधित किया. इसके बाद से ही हिंसा जारी हुई. पूर्व पीएम द्वारा दिए गए बयान के बाद से ही एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. जानकारी के अनुसार अवामी पार्टियों के कई नेताओं के घर भी जलाकर खाक कर दिए गए हैं.
इस हिंसा को लेकर अंतरिम सरकार चिंता जता रही है. बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने देश के संस्थापक शेख मुजीबुर्ररहमान के घर पर तोड़फोड़ और आगजनी की है. यहां तक की उनकी प्रतीमा और स्मारक को निशाना बनाकर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है.
शेख हसीना ने दिया बयान
बांग्लादेश की कमान जब से शेख हसीना के हाथों से गई है. उसी समय से शेख हसीना भारत की शरण में हैं. वहीं अपने सोशल मीडिया अकाउंट में उन्होंने अपने देश वासियों के लिए वीडियो संदेश जारी किया और कहा कि भले ही संरचना को मिटा दिया जाए, लेकिन इतिहास को नहीं मिटाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मैं बांग्लादेश के लोगों से न्याय चाहती हूं. क्या मैंने कभी भी अपने देश के लिए कुछ नहीं किया? उन्होंने कहा कि यह याद रखना चाहिए कि इतिहास अपना बदला लेता है.
सरकार ने जताई चिंता
वहीं इस हिंसा को लेकर अंतिम सरकार ने चिंता जताई है. सरकार की ओर से लोगों को अपील की गई कि कानून व्यवस्था बनाए रखें साथ ही एक बयान में उन्होंने शेख हसीना की परिवार और पार्टी नेताओं से जुड़ी संपत्तियों पर किसी भी बहाने से कोई हमला न करने का आदेश जारी किया है. दरअसल गुरुवार को ही देर रात 1 बजकर 30 मिनट पर ढाका में प्रदर्शनकारियों ने ढाका में आवामी लीग के नेता के घर को आग के हवाले किया.
स्थिति इतनी खराब है कि प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान फांसी दो, फांसी दो के नारे भी लगाए. उनका कहना है कि मुजीबुर्ररहमान की कब्र खोद दो. इसलिए क्योंकी उनका घर फासीवाद का प्रतीक है. वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इंटरपोल से हसीना के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है.