कौन हैं अनीता आनंद और कमल खेड़ा, जिन्हें कनाडा की मार्क कार्नी सरकार में मिली बड़ी जिम्मेदारी?
Anita Anand and Kamal Kheda: कनाडा में मार्क कार्नी कैबिनेट में भारतीय मूल की अनीता आनंद और कमल खेड़ा को शामिल किया गया है. अनीता आनंद और कमल खेड़ा कनाडा की राजनीति में अपनी पहचान बना चुकी हैं. इससे पहले दोनों पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल में अलग-अलग विभागों के साथ मंत्री पद को संभाला था.

Canada Government Cabinet: कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी अपनी कैबिनेट में शामिल होने के लिए नामों की घोषणा कर रहे हैं. इसमें दो भारतीय महिलाओं अनीता आनंद और कमल खेड़ा का नाम भी शामिल हो गया है. दोनों को मार्क कार्नी कैबिनेट में जिम्मेदारी सौंपी गई है. बता दें नए प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 14 मार्च को हुआ था.
अनीता आनंद (58) और कमल खेड़ा (30) दोनों ही दिल्ली की रहने वाली हैं. उनकी नियुक्ति से परिवार के साथ भारत के लोग भी बहुत खुश हैं. अनीता को कनाडा सरकार में नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि कमल स्वास्थ्य मंत्री बनीं हैं. इससे पहले दोनों पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल में अलग-अलग विभागों के साथ मंत्री पद को संभाला था.
कौन हैं अनीता आनंद?
अनीता आनंद और कमल खेड़ा कनाडा की राजनीति में अपनी पहचान बना चुकी हैं. अनीता कई अहम पदों पर रह चुकी हैं. वह ट्रूडो के बाद पीएम बनने की दौड़ में भी आगे थीं. उनका जन्म ग्रामीण नोवा स्कोटिया में हुआ था. उनकी पढ़ाई यहीं पर हुई और 1985 में वह ओंटारियो चली गई थीं. अनीता को पहली बार 2019 में ओकविले के लिए सांसद चुना गया था.
इससे पहले वह ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष, राष्ट्रीय रक्षा मंत्री और सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री के रूप में काम किया था. अनीता ने एक स्कॉलर, शोधकर्ता और वकील के रूप में भी काम किया है. वो टोरंटो यूनिवर्सिटी में कानून की प्रोफेसर भी रह चुकी हैं. उन्होंने निवेशक संरक्षण और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में जेआर किमबर चेयर की पोस्ट में संभाली है. अनीता ने कहा कि कनाडा एकजुट और मजबूत है. हम कल से ही कनाडा और कनाडाई अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए काम पर लग जाएंगे.
कौन हैं कमल खेड़ा?
कमल खेड़ा को पहली बार साल 2015 में ब्रैम्पटन वेस्ट से संसद सदस्य के रूप में चुना था. खेड़ा संसद के लिए चुनी गई सबसे कम उम्र की महिलाओं में से एक हैं. वह नर्स, सामुदायिक स्वयंसेवक और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. खेड़ा का जन्म दिल्ली में हुआ था और स्कूली दिनों में वह कनाडा शिफ्ट हो गई थीं. उन्होंने टोरंटो की यॉर्क यूनिवर्सिटी से विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. कैबिनेट में 13 पुरुषों और 11 महिलाओं वाला कार्नी का मंत्रिमंडल ट्रूडो की 37 सदस्यीय टीम से छोटा है.