Maths और Reading में US के छात्रों का डिब्बा गोल! ऐसे कैसे फिर से महान बनेगा अमेरिका?
America News: अमेरिका में नई राष्ट्रीय परीक्षा के नतीजे बताते हैं कि 12वीं कक्षा के छात्रों के अंक अब 2019 की तुलना में गणित और रीडिंग गिरावट आई है. गणित और रीडिंग जैसे विषयों के रिजल्ट में गिरावट युवाओं के करियर के लिए भी एक चुनौती बन सकती है. मार्केट में इसका असर देखने को मिल सकता है.

America News: भारत और कई देशों से हर साल एजुकेशन वीजा पर छात्र हायर स्टडी के लिए अमेरिका जाते हैं. वहां की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में पढ़ने की मानो होड़ लगी हुई है, लेकिन हाल ही में एक ऐसी जानकारी सामने आई, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. कोविड के बाद उनकी पढ़ाई का रिजल्ट ज्यादा अच्छा देखने को नहीं मिल रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में नेशनल एग्जाम का रिजल्ट की घोषित किए गए, जिसमें पता चला कि 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स का प्रदर्शन गणित और रीडिंग दोनों विषयों में 2019 की तुलना में काफी घट गया है.
रीडिंग में भी पीछे
रिपोर्ट में सामने आया कि रीडिंग स्कोर तीन दशकों में सबसे नीचे हैं, जबकि गणित का रिजल्ट में खराब रहा. विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट का मुख्य कारण COVID-19 की वजह से स्कूल बंद रहना और पढ़ाई के टाइम टेबल में बदलाव, साथ ही डिजिटल स्क्रीन समय में वृद्धि जैसे सामाजिक कारण हैं. परीक्षा में नंबर कम आने का सबसे ज्यादा असर उन छात्रों पर हुआ है जिन्होंने उम्मीद से कम अंक प्राप्त करना शुरू से ही किया था, वो अब पहले से और पीछे हो गए हैं.
एजुकेशन सिस्टम पर सवाल
अमेरिका में कई देशों के बच्चे पढ़ाई करने जाते हैं, लेकिन वहां रहने वाले छात्रों का ऐसा हाल देखकर सबको हैरानी हो रही है. ये परिणाम यह सवाल उठा देते हैं कि क्या आज के हाई स्कूल ड्रिगी कॉलेज, नौकरी और आधुनिक अर्थव्यवस्था की मांगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त तैयार हैं.
नौकरी के लिए कितने योग्य
गणित और रीडिंग जैसे विषयों के रिजल्ट में गिरावट युवाओं के करियर के लिए भी एक चुनौती बन सकती है. मार्केट में इसका असर देखने को मिल सकता है. हेल्थकेयर से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक कई क्षेत्रों के कर्मचारी कहते हैं कि बाजार में आने वाले नए कर्मचारी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आवश्यक बेसिक गणित और रीडिंग स्किल से भी वंचित हैं. विशेष रूप से उन भूमिकाओं में जहां समस्या समाधान, डेटा या तकनीकी मैथ्स शामिल हों, इस अंतर की गंभीरता और बढ़ जाती है.
क्या बन सकती है चुनौती?
यूएस अर्थव्यवस्था को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि छात्र बेसिक स्किल हासिल नहीं कर पा रहे हैं, जो उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाए रखते हैं. NYT के अनुसार, संयुक्त राज्य गणित प्रदर्शन के मामले में दुनिया में 28वें स्थान पर है और भारत, कनाडा, जर्मनी जैसे देशों से पीछे हैं. हालांकि बच्चों की स्किल बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं.
सरकार ने उठाया कदम
अमेरिका सरकार बच्चों की पढ़ाई रीडिंग और गणित समेत अन्य सबजेक्ट का रिजल्ट बेहतर करने के लिए उन पर लाखों रुपये खर्च कर रही है. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि छात्रों को हाई स्कूल पूरा करने से पहले ही वर्क-बेस्ड लर्निंग से जोड़ना इस स्किल गैप को कम कर सकता है. एक और यह भी सवाल उठता है कि क्या अमेरिका के छात्र किसी और देश में नौकरी पाने के योग्य हैं.