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अमेरिका की सबसे डरावनी जेल 62 साल बाद फिर होगी चालू, डर का किला बनेगा 'द रॉक'; ट्रंप के आदेश से कांपे अपराधी

एक दौर था, जब जेलें अपराधियों की सजा भर नहीं, बल्कि समाज को डराने का प्रतीक होती थीं. अमेरिका की अलकाट्राज जेल कुछ ऐसी ही पहचान रखती है. समुद्र के बीच बसे एक द्वीप पर बनी ये जेल किसी किले से कम नहीं थी, जहां से भागना लगभग नामुमकिन माना जाता था, लेकिन आज सवाल सिर्फ इसका नहीं कि ये जेल कितनी कठोर थी, बल्कि यह भी है कि इसे 62 साल बाद फिर से खोलने की जरूरत आखिर क्यों महसूस हुई?

अमेरिका की सबसे डरावनी जेल 62 साल बाद फिर होगी चालू, डर का किला बनेगा द रॉक; ट्रंप के आदेश से कांपे अपराधी
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Alcatraz Island federal prison history: अलकाट्राज़ जेल, जिसे 'द रॉक' के नाम से भी जाना जाता है, अमेरिकी इतिहास की सबसे प्रसिद्ध और कुख्यात जेलों में से एक है. यह जेल कैलिफोर्निया स्थित एक द्वीप पर बनी है और अपने कठोर सुरक्षा उपायों और कड़े नियमों के लिए जानी जाती थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 मई को अलकाट्राज़ जेल को पुनः खोलने और विस्तारित करने का आदेश दिया. उनका उद्देश्य अमेरिका के 'सबसे खतरनाक और हिंसक अपराधियों' को यहां रखना है. ट्रंप ने इसे 'कानून, व्यवस्था और न्याय' की वापसी का प्रतीक बताया.

ट्रंप ने संघीय जेल ब्यूरो, न्याय विभाग, होमलैंड सिक्योरिटी और एफबीआई को अलकाट्राज़ जेल को पुनः खोलने और विस्तारित करने का निर्देश दिया है. आइए, इस जेल के इतिहास के बारे में विस्तार से जानते हैं...

अलकाट्राज़ जेल की स्थापना कब हुई?

  • अलकाट्राज़ द्वीप का उपयोग 1850 के दशक में सैन्य किले के रूप में शुरू हुआ. 1861 में इसे सैन्य कैदियों के लिए जेल में परिवर्तित किया गया. इसके बाद 1934 में, इसे एक हाई सिक्योरिटी वाले संघीय जेल के रूप में पुनः स्थापित किया गया, जिसका मकसद उन अपराधियों को रखना था जो अन्य जेलों में समस्याएं उत्पन्न करते थे.
  • एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1868 में अमेरिकी सेना ने अलकाट्राज आईलैंड पर एक बैरक बनाया था. हालांकि, इसे सही मायनों में 1912 में शुरू किया गया. इस जेल की इमारत 1912 में बनाई गई. संघीय जेल के रूप में इस्तेमाल के लिए यह 1933 में न्याय विभाग को ट्रांसफर की गई.

अलकाट्राज जेल के प्रमुख कैदी

अलकाट्राज़ जेल में कई कुख्यात अपराधियों को रखा गया, जिनमें अल कैपोन (कुख्यात गैंगस्टर), जॉर्ज 'मशीन गन' केली (कुख्यात अपहरणकर्ता और अपराधी) और रॉबर्ट फ्रैंकलिन स्ट्राउड ( बर्डमैन ऑफ अलकाट्राज़) शामिल हैं.

अलकाट्राज जेल को क्यों बंद किया गया?

अलकाट्राज़ को 1963 में बंद कर दिया गया. इसकी मुख्य वजह इसके उच्च संचालन लागत और संरचनात्मक समस्याओं को माना जाता है. यह जेल अन्य संघीय जेलों की तुलना में तीन गुना अधिक महंगी थी और इसके रखरखाव में भी कठिनाइयां आ रही थीं.

ट्रंप के अलकाट्राज़ को फिर से खोलने के आदेश की क्यों हो रही आलोचना?

ट्रंप के अलकाट्राज़ को फिर से खोलने का आदेश दिया है. उनका दावा है कि अमेरिका में बढ़ते अपराध, पुनरावृत्त अपराधियों की संख्या और फेल होती सुधार व्यवस्था को देखते हुए, अब ‘रॉक’ जैसी जेलों की जरूरत है. हालांकि, इस आदेश की काफी आलोचना हो रही है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अधिक प्रतीकात्मक है. उन्होंने इसकी व्यावहारिकता पर संदेह जताया.

अपनी क्रूरता और सख्ती के लिए बदनाम है अलकाट्राज जेल

अलकाट्राज जेल को इतिहास में क्रूरता और सख्ती के लिए जाना गया. यहां कैदियों की आत्महत्या, मानसिक टूटन और अलौकिक कहानियों की भरमार रही. यह जेल आधुनिक सुधारात्मक न्याय के सिद्धांतों पर नहीं, बल्कि डर और नियंत्रण पर आधारित थी. ऐसे में इसे दोबारा शुरू करना- क्या यह अमेरिका के न्यायिक सुधारों की असफलता की स्वीकृति है?

जब जेल से फरार हो गए तीन कैदी

  • 1962 में जब फ्रैंक मॉरिस और एंगलिन (क्लैरेंस और जॉन) भाइयों ने अलकाट्राज जेल से फरार होने की कोशिश की, तो ये दुनिया भर में सुर्ख़ियों में आ गया.
  • आज भी यह घटना फिल्मों, किताबों और मीडिया में जिंदा है. इस घटना पर स्केप फ्रॉम अलकाट्राज, बर्डमैन ऑफ अलकाट्राज और द रॉक जैसी फिल्में बन चुकी हैं.
  • बताया जाता है कि 1960 में मॉरिस को अलकाट्राज जेल में लाया गया. यहां उसकी एंगलिन भाइयों और एलन वेस्ट नाम के कैदी से दोस्ती हो गई. इसके बाद चारों ने मिलकर कमरे में बने वेंटिलेशन से फरार होने की कोशिश की.
  • चारों ने गार्ड को बेवकूफ बनाने के लिए अपने कागज के पुतले बनाए थे. इसके बाद उन्होंने समुद्र को पार करने के लिए एक नाव बनाई. हालांकि, एक साथी उनका वेंटिलेशन तक नहीं पहुंच पाया था. ऐसे में तीनों फरार हो गए.
  • आज भी यह एक रहस्य बना हुआ है कि वे तीनों फरार होने में कामयाब रहे या नहीं. हालांकि, एफबीआई ने दावा किया है कि तीनों कैदी मारे गए.
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