आखिर कैसे आयरन डोम व डेविड स्लिंग ने ईरानी मिसाइलों को रोका? पढ़ें पूरी डिटेल
ईरान ने इजरायल पर करीब 181 से अधिक मिसाइलें दागी है. जिसके बाद आसमान जगमगा उठा है. कहा जा रहा है अगर कोई और देश कम ताकत वाला होता हो तबाही मच जाती लेकिन इजरायल के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है. इजरायल सैन्य क्षमता के मामले में दुनिया का एक ताकतवर देश है.

ईरान ने इजरायल पर करीब 181 से अधिक मिसाइलें दागी है, जिसके बाद आसमान जगमगा उठा है. वहीं अब कहा जा रहा है अगर कोई और देश कम ताकत वाला होता हो तबाही मच जाती लेकिन इजरायल के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है. इजरायल सैन्य क्षमता के मामले में दुनिया का एक ताकतवर देश है. इसके साथ ही हवाई हमले से बचाव के मामले में आयरन डोम का कोई की अहम भूमिका है साथ ही कहा जा रहा है कि आयरन डोम और डेविड स्लिंग का प्रयोग किया गया है तो आइए इस खबर में जानते हैं कि आखिर इनकी क्षमता क्या होती है और कैसे खुद को बचा रहा इजरायल.
वहीं 181 मिसाइलों में से बीच में ही नष्ट कर दी गई लेकिन कई मिसाइलें इजरायल को नुकसान पहुंचाने में सफल रही. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में हमलों में केवल दो ही लोगों के घायल होने की खबर है जो छिपने के लिए शेल्टर की ओर भाग रहे थे. इससे पहले जब बीते करीब 4 महीने पहले ईरान ने पहली बार इजरायल पर सीधा हमला किया था तब भी उसने 200 के करीब ड्रोन और मिसाइस दागी थी.
क्या होता है आयरन डोम?
इजरायल का आयरन डोम एक अत्याधिक उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली है जो कम दूरी के रॉकेट, तोपखाने के गोले और मोर्टार को आबादी वाले क्षेत्रों या अंतिम रूप देने से पहले हवा में रोकने और नष्ट करने के लिए बनाया गया है. राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा विकसित और 2011 में तैनात, आयरन डोम इजरायल की सुरक्षा का आधार बन गया है जो लगातर मिसाइल हमलों, स्पेशल रूप से हमास जैसे गाजा आधारित आतंकवादी समूहों से सुरक्षा प्रदान करता है.
कैसे करता है काम?
आयरन डोम की तो इजरायल की मल्टीलेवल मिसाइलें रक्षा का एक हिस्सा है और इसे 70 किलोमीटर की दूरी पर कम दूरी के रॉकेटों को रोकने के लिए बनाया गया है. मालूम हो कि सभी आयरन डोम बैटरी तीन मुख्य भागों से बनी होती है. पहला रडार डिटेक्शन सिस्टम, जो आने वाले रॉकेट के गति करने वाला एक कंप्यूटर, और एक लांचर जो रॉकेट के किसी निर्मित या रणनीतिक क्षेत्र से टकराने की संभावना होने पर इंटरसेप्टर दागता है.
डेविड्स स्लिंग के बारे में
आयरन डोम को इसराइल ने लाखों डॉलर खर्च कर बनाया है. ये सिस्टम खुद से पता लगा लेता है कि मिसाइल रिहायशी इलाकों में गिरने वाली है या नहीं और कौन-सी मिसाइल अपने निशाने से चूक रही है. जो मिसाइलें रिहायशी इलाकों में गिरने वाली होती हैं, उन्हें ये सिस्टम बीच हवा में मार गिराता है. आयरन डोम की यह खूबी इसे किफायती बनाती है क्योंकि इसके हर इंटरसेप्टर की कीमत करीब 1.5 लाख डॉलर बताई जाती है.
वहीं डेविल स्लिंग की रेंड 300 किलोमीटर से अधिक है. यह बैलिस्टिक मिसाइलों, बड़े कैलिबर रॉकेट और क्रूज मिसाइलों से बचाव करता है. इसका इंटरसेप्टर 4.6 मीटर लंबी मिसाइल है जिसमें कोई वारहेड नहीं है, लेकिन यह सीधे लक्ष्य पर हमला करके किया गया है.