अफगानिस्तान में कुदरत का कहर! मलबे में अपनों की खोज के लिए बिलबिला रहे लोग, अब तक 1400 से अधिक मौत, देखें तबाही के 5 वीडियो
अफगानिस्तान में भूकंप ऐसे समय आया जब ज़्यादातर लोग सो रहे थे. न कोई भाग सका, न ही बचाव का मौका मिला. घरों की दीवारें और छतें अचानक उन पर ही गिर पड़ीं. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान तो शुरू हुआ है, लेकिन दुर्गम इलाकों और टूटी हुई सड़कों के कारण हर मिनट संघर्ष भरा हो गया है.
रविवार की रात अफ़ग़ानिस्तान के पूर्वी पहाड़ी इलाक़ों में लोग रोज़ की तरह अपने घरों में चैन की नींद सो रहे थे. किसी को अंदाज़ा भी नहीं था कि अगली सुबह उनकी ज़िंदगी वैसी नहीं रहेगी. देर रात, जब हर ओर सन्नाटा पसरा हुआ था, तभी ज़मीन अचानक कांपने लगी. 6.0 तीव्रता के इस भूकंप ने सेकेंडों में घरों को मिट्टी के ढेर में बदल दिया.
सबसे ज़्यादा असर कुनार प्रांत में पड़ा, जहां तालिबान सरकार के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद के अनुसार, अब तक 1,411 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,124 से ज़्यादा लोग घायल हैं. सिर्फ़ जानें ही नहीं गईं. इस भूकंप ने 5,000 से ज़्यादा घरों को पूरी तरह तबाह कर दिया. कई गांव तो ऐसे हैं जहां पूरा का पूरा इलाका मलबे में तब्दील हो गया है.
सेकंड में जमींदोज हुआ मकान
इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे भूकंप के एक झटके से 3 मंजिला घर तबाह हो गया और चारों और सिर्फ धूल ही धूल उड़ने लगी. धूल इतनी ज्यादा थी कि आसपास के लोग तक दिखाई नहीं दे रहे थे.
मलबे में तब्दील इलाका
इस वीडियो में आपको तबाही का मंजर साफ दिख सकता है. जहां चारो ओर टूटे हुए घरों के पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे हैं. वहीं, जीसीबी खुदाई में लगी है, ताकि जमीन के अंदर दबे लोगों को निकाला जा सके. चारों तरफ सिर्फ टूटे हुए मकान ही मकान हैं, चारपाई पर कुछ लोग एक बुजुर्ग आदमी को लेकर जा रहे हैं.
घायल को स्ट्रेचर पर ले जाते लोग
इस वीडियो में चारों तरफ लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, जो घबराए हुए हैं. वहीं, कुछ लोग एक घायल शख्स को स्ट्रेचर पर लेकर जा रहे हैं. वहीं, पास में एक व्यक्ति के हाथ में छोटा बच्चा होता है, जिसका चेहरे पर साफ डर दिखता है.
अपनों को ढूंढते हुए लोग
इस वीडियो में कुदरत की तबाही का कहर साफ देखा जा सकता है, जहां कुछ लोग जमीन से मिट्टी को हटा रहे हैं. शायद इस उम्मीद में कि उनका कोई अपना मिल जाए.





