September 15, 2025
हिन्दू धर्म के पुराणों में हनुमान जी को चिरंजीवी बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि उन्हें राम जी ने वरदान दिया कि वे धर्म की रक्षा करते हुए संसार में बने रहेंगे.
आज भी राम नाम में स्मरण, हनुमान चालीसा, भजन-कीर्तन आदि में उनकी उपस्थिति की अनुभूति होती है.
कई मंदिरों में दर्शनार्थियों को ऐसा अनुभव होता है जैसे हनुमान जी सचमुच वहां मौजूद हों.
रामायण व अन्य ग्रंथों में हनुमान जी की ऐसी कथाएं हैं जहां उन्होंने शर्त के साथ अमरता प्राप्त की थी, जैसे राम के भक्तों की रक्षा करना.
ऐसी मान्यताएं हैं कि हनुमान जी गंधमादन पर्वत में रहे हैं या अभी भी हैं. ये कि जाखू, वेई-सोडोंग फॉल्स जैसे स्थानके आसपास की लोक कथाएं हैें.
भक्तों ने देखा कि मुश्किल समय में उनका अचानक प्रकट होना, सपने में दिखना, जंगलों में यात्रा के दौरान मार्गदर्शन करना ऐसी कथाएं सुनने को मिलती हैं.
हिन्दू धर्म की मान्यता है कि हम कलयुग में हैं, जहां धर्म की स्थिति कमजोर होती है. ऐसे समय में चिरंजीवी देवताओं की जिम्मेदारी बढ़ जाती है.