हनुमान जी का चिरंजीवी रूप-क्या वह आज भी जीवित हैं?

Credit : canava

चिरंजीवी रूप

हिन्दू धर्म के पुराणों में हनुमान जी को चिरंजीवी बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि उन्हें राम जी ने वरदान दिया कि वे धर्म की रक्षा करते हुए संसार में बने रहेंगे.

Credit : canava

वर्तमान युग में उनका नाम और स्मरण

आज भी राम नाम में स्मरण, हनुमान चालीसा, भजन-कीर्तन आदि में उनकी उपस्थिति की अनुभूति होती है.

Credit : canava

मंदिर में होता अनुभव

कई मंदिरों में दर्शनार्थियों को ऐसा अनुभव होता है जैसे हनुमान जी सचमुच वहां मौजूद हों.

Credit : canava

पुराणों में वर्णित कथाएं

रामायण व अन्य ग्रंथों में हनुमान जी की ऐसी कथाएं हैं जहां उन्होंने शर्त के साथ अमरता प्राप्त की थी, जैसे राम के भक्तों की रक्षा करना.

Credit : canava

गंधमादन पर्वत

ऐसी मान्यताएं हैं कि हनुमान जी गंधमादन पर्वत में रहे हैं या अभी भी हैं. ये कि जाखू, वेई-सोडोंग फॉल्स जैसे स्थानके आसपास की लोक कथाएं हैें.

Credit : canava

सपनों में हनुमान को देखना

भक्तों ने देखा कि मुश्किल समय में उनका अचानक प्रकट होना, सपने में दिखना, जंगलों में यात्रा के दौरान मार्गदर्शन करना ऐसी कथाएं सुनने को मिलती हैं.

Credit : canava

कलियुग में भूमिका

हिन्दू धर्म की मान्यता है कि हम कलयुग में हैं, जहां धर्म की स्थिति कमजोर होती है. ऐसे समय में चिरंजीवी देवताओं की जिम्मेदारी बढ़ जाती है.

Credit : canava
More Stories