October 2, 2025
भारत में छठ का त्यौहार बेहद खास होता है. इसमें सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं इस साल छठ पूजा की सही तारीख, मुहूर्त और विशेष बातें.
छठ कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है. इस बार छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर को समाप्त होगी.
छठ पूजा आत्मा के कारक माने जाने वाले सूर्य देव की साधना का पर्व है. मान्यता है कि इस व्रत से हर मनोकामना पूरी होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से होती है, जो 25 अक्टूबर को है. इस दिन व्रती स्नान कर सूर्य देव की पूजा करते हैं और चावल-दाल व लौकी की सब्जी प्रसाद के तौर पर खाते हैं.
दूसरे दिन खरना होता है. इस दिन व्रती दिनभर निर्जला व्रत रखते हैं और शाम को खीर, फल और प्रसाद अर्पित करके छठी मैया की पूजा करते हैं.
षष्ठी तिथि पर संध्या के समय व्रती नदी या तालाब में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इसे छठ पूजा का अहम हिस्सा माना जाता है.
अगले दिन सप्तमी तिथि की सुबह व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन करते हैं.
छठ व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है. व्रती खरना के बाद से निर्जला उपवास रखते हैं और उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक अन्न-जल का त्याग करते हैं.
मान्यता है कि छठ पूजा से स्वास्थ्य, संतान सुख और परिवार की खुशहाली मिलती है. यह पर्व सिर्फ पूजा ही नहीं, बल्कि आत्मसंयम और अनुशासन का भी प्रतीक है.