September 13, 2025
चाणक्य कहते हैं सच्चा मित्र वही है जो हर हाल में साथ दे. झूठा मित्र सिर्फ दिखावा करता है और मौके पर गायब हो जाता है.
असली मित्र आपके सुख और दुख दोनों में साथ रहेगा. जो केवल खुशी में साथ हो और दुख में दूर भागे, वह मित्र नहीं, अवसरवादी है.
जो आपकी सफलता देखकर खुश हो और गर्व करे, वही सच्चा दोस्त है. जो आपकी तरक्की से जलन महसूस करे, वह भीतर से दुश्मन है.
मुश्किल समय में जो आपका हौसला बढ़ाए और मदद करे, वही असली मित्र है. असफलता में मजाक उड़ाना या दूर हो जाना, नकली दोस्त की निशानी है.
सच्चा मित्र आपकी गैरहाजिरी में भी सम्मान करता है. जो आपकी पीठ पीछे बुराई करे या राज़ खोल दे, वह मित्र नहीं आस्तीन का सांप कहलाता है.
सिर्फ मीठी-मीठी बातें करने वाला हर बार सच्चा नहीं होता. ऐसे लोग असली जरूरत पड़ने पर धोखा दे सकते हैं.
असली मित्र वही है जो कड़वी लेकिन सही सलाह दे. जो सिर्फ खुश करने के लिए झूठी बातें करे, वह भरोसे लायक नहीं.
चाणक्य के ये सूत्र आज भी उतने ही सही हैं जितने उनके समय में थे. बदलते जमाने में रिश्तों को समझना मुश्किल है, लेकिन ये सूत्र मदद करते हैं.