September 7, 2025
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसरों में से एक है. सही समय पर लक्षण पहचानना और इलाज शुरू करना जीवन बचा सकता है.
अचानक स्तन या बगल के हिस्से में कोई गांठ या सूजन महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत हो सकता है.
ब्रेस्ट की स्किन पर सिकुड़न, खिंचाव या संतरे जैसी बनावट दिखना अलर्ट हैं. इसे नजरअंदाज न करें, वरना आपको परेशानी हो सकती है.
अगर आपके निप्पल अंदर की ओर धंस जाते हैं या असामान्य लिक्विड निकलना या रंग बदलना ब्रेस्ट कैंसर के साइन हो सकते हैं.
लंबे समय तक बने रहने वाला स्तन में दर्द या जलन को नज़रअंदाज़ करना एक बहुत बड़ी लापरवाही हो सकती है.
ब्रेस्ट कैंसर का असर शरीर की एनर्जी पर भी पड़ता है, जिससे मरीज को लगातार थकान महसूस होती है.
40 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए नियमित मैमोग्राफी टेस्ट कराना बेहद ज़रूरी है, ताकि बीमारी शुरुआती स्टेज पर पकड़ी जा सके.
इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी ऑप्शन होते हैं, जिन्हें स्टेज और हालत देखकर डॉक्टर तय करते हैं.
ब्रेस्ट कैंसर के लिए नई तकनीकें जैसे टारगेटेड थेरेपी और हार्मोन थेरेपी मरीज की हालत सुधारने में कारगर साबित हो रही हैं.
ब्रेस्ट कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिए बैलेंस डाइट लें. रोजाना एक्सरसाइज करें. एक हेल्दी लाइफस्टाइल मेनमेंट करना जरूरी है.