उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने देशभर में धर्म और इंसानियत की एकता का मजबूत पैगाम दिया. लखनऊ के हिंदू धर्मगुरु स्वामी सारंग ने मोहर्रम के ताज़िया जुलूस में शामिल होकर छुरियों से मातम किया और इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद किया. ये दृश्य देखकर लोग हैरान रह गए, लेकिन साथ ही आपसी भाईचारे और कौमी एकता की एक मिसाल भी बन गई. स्वामी सारंग लखनऊ के प्रसिद्ध हिंदू धर्मगुरु हैं, जो वर्षों से हिंदू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए काम कर रहे हैं. वे अहिंसा, सत्य और मानवता के सिद्धांतों को मानते हैं और अक्सर अंतरधार्मिक आयोजनों में हिस्सा लेते हैं.