सनातन धर्म कहता है — ब्रह्मा ने सृष्टि रची, चार युग रचे: सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग. वहीं विज्ञान कहता है — धरती 4.54 अरब साल पुरानी है, और डायनासोर करोड़ों साल पहले इस धरती पर राज करते थे. तो फिर सवाल उठता है — धर्मग्रंथों में इन दैत्याकार जीवों का कोई ज़िक्र क्यों नहीं मिलता? क्या वो किसी पिछले ब्रह्मा के समय की रचना थे, जो इस कल्प में लुप्त हो गए? या फिर हमने सिर्फ उन्हीं कथाओं को जगह दी जो हमारी भक्ति, भावना और धार्मिक कल्पना की ज़मीन से उपजी थीं?