प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान 28 जनवरी की देर रात मौनी अमावस्या के मौके पर करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम पहुंचे थे. आधी रात का समय था, जब अचानक नागा साधुओं के आने की अफवाह उड़ी तो फिर अचानक भगदड़ मच गई और फिर पाप धुलने आए लोगों ने एक दूसरे के कुचलकर पाप कर बैठे.