जगन्नाथ पुरी मंदिर की तीसरी सीढ़ी को लेकर सदियों से रहस्य बना हुआ है. मान्यता है कि यह सीढ़ी सीधे ब्रह्मलोक या पाताल से जुड़ी है. कई भक्त मानते हैं कि यहां विशेष ऊर्जा होती है, और कुछ इसे भगवान जगन्नाथ के 'गुप्त द्वार' के रूप में देखते हैं. हर साल रथ यात्रा के दौरान, इसी सीढ़ी से देवताओं का आगमन और प्रस्थान होता है. पुरानी कहानियों में कहा गया है कि इस सीढ़ी पर ध्यान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वैज्ञानिक स्पष्टीकरण नहीं मिल पाया, लेकिन श्रद्धा इसे चमत्कारी मानती है.