पाकिस्तानी फौज इन समय पूरी तरह भ्रमित और तनावग्रस्त नजर आ रही है. देश में राजनीतिक अस्थिरता और अमेरिकी दबाव के बीच, उनकी प्राथमिकता अब केवल अमेरिका को खुश करने तक सीमित हो गई है. भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की रात पाकिस्तान में भारी तबाही और नुकसान ने स्थिति को और जटिल बना दिया. 21-22 सितंबर 2025 की आधी रात को पाकिस्तानी वायुसेना ने अफगानिस्तान की सीमा के पास खैबर फख्तूख्वाह प्रांत की लंडी कोटल तहसील के गांव मात्रे दारा में एयरस्ट्राइक कर दी. इस हमले में 30-35 निर्दोष नागरिकों की मौत होने की खबरें सामने आई हैं. सवाल यह उठता है कि आखिर पाकिस्तानी फौज इतनी जोखिम भरी और विवादास्पद कार्रवाई क्यों कर रही है. क्या इस हमले का ताल्लुक पाकिस्तान में सक्रिय तहरीक-ए-तालिबान (TTP) से भी है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए 'स्टेट मिरर हिंदी' के एडिटर इनवेस्टिगेशन संजीव चौहान ने एक्सक्लूसिव बातचीत की भारतीय थलसेना के रिटायर्ड कर्नल शैलेंद्र सिंह से... बातचीत में पाकिस्तान की वर्तमान सैन्य और राजनीतिक रणनीति, उसकी अस्थिर मानसिक स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले संभावित असर पर विस्तार से चर्चा हुई.