कांशीराम ने दलित समाज को सत्ता के केंद्र तक पहुंचाने के लिए एक ऐतिहासिक आंदोलन खड़ा किया. बिना संसाधनों के उन्होंने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी. उनकी मां बिशन कौर ने भी उनका समर्थन किया, यहां तक कि अपने सोने के कंगन तक दान कर दिए. जानिए कैसे उनका संघर्ष भारतीय राजनीति में बदलाव की मिसाल बना.