प्रयागराज में महाकुंभ जारी है और अब तक करीब 55 करोड़ लोग संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. लेकिन अब एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जो सभी को परेशान करने वाली है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा और यमुना का पानी नहाने के लायक नहीं है. संगम समेत कई जगहों पर फेकल कोलीफॉर्म (खतरनाक बैक्टीरिया) का स्तर 2,500 यूनिट प्रति 100 मिलीलीटर की तय सीमा से बहुत ज्यादा है। मतलब, नदियों में सीवेज और गंदगी जमकर मिल रही है. हालांकि राज्य सरकार ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है.