13 जनवरी से प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में करोड़ों लोग श्रद्धा की डुबकी लगा चुके हैं. पहले दिन यहां 1.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे तो वहीं 14 जनवरी को पहले अमृत स्नान के दिन यह आंकड़ा 3.5 करोड़ तक पहुंच गया. इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने का अनुमान है. लेकिन सवाल यह उठता है कि इतने बड़े आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की गिनती की कैसे जाती है. क्या यह सिर्फ अनुमान है, या इसके पीछे आधुनिक तकनीक की कोई खास भूमिका है? आइए, जानते हैं.