18 सितंबर 2022 को उत्तराखंड के एक दूरदराज़ रिसॉर्ट से 19 साल की एक रिसेप्शनिस्ट के गुमशुदा होने की रिपोर्ट एक सामान्य पुलिस केस की तरह दर्ज हुई. लेकिन कुछ ही दिनों में यह मामला एक दिल दहला देने वाले अपराध में तब्दील हो गया. ऋषिकेश के पास एक नहर से अंकिता भंडारी की लाश बरामद हुई और रिसॉर्ट मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं रह गया, बल्कि इससे राजनीतिक तूफान उठा, वीआईपी संस्कृति पर सवाल खड़े हुए और कई चौंकाने वाले खुलासे हुए, जिनमें पीड़िता पर 'वीआईपी मेहमानों को खुश करने' का दबाव डालने की बातें भी सामने आईं. इस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और उत्तराखंड की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए.