33 साल की नौकरी, 57 बार तबादला...हर छह महीने में नई कुर्सी, नया टेबल, नया स्टाफ और नया विभाग... इस दौरान अगर कोई चीज नहीं बदली तो वह है- ईमानदारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ टकराने की उनकी हिम्मत... उनका नाम सुनकर सत्ता में बैठे लोग बेचैन हो उठते थे.. जी हां... सही सुना आपने.. हम बात कर रहे हैं IAS Ashok Khemka की, जिनकी ईमानदारी की मिसाल दी जाती है. आइए, इस वीडियो में उनके बारे में विस्तार से जानते हैं...