'हमेशा भारत को नीचा दिखाने की कोशिश...' राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान को सीएम हिमंत ने बताया चीनी कनेक्शन
अमेरिका के टेक्सास में एक प्रोग्राम में कांग्रेस नेता राहुल गांधीू ने चीन की तारीफ और भारत की बुराई करते नजर आए. इस पर सीएम हिंमत अपनी प्रतिक्रिया दी है.

Himanta Biswa Sarma On Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं. सोमवार 9 सितंबर को अमेरिका के टेक्सास में एक प्रोग्राम में कांग्रेस नेता ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में उन्होंने भारत के कई मुद्दों को लेकर बयान दिया. राहुल गांधी विदेशी मंच पर भारत की बुराई और चीन की तारीफ करते नजर आए. उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी लगातार हमलावर है. अलग-अलग राज्यों से नेताओं और सांसदों ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस नेता के इस बयान पर आपत्ति जताई है. इस बीच असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है.
#WATCH रांची (झारखंड): असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "राहुल गांधी कई तरीकों से हमेशा चीन को प्रमोट देते रहते हैं वो हमेशा भारत को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं और चीन को अच्छा दिखाने की कोशिश करते हैं लेकिन चीन में लोकतंत्र नहीं है… pic.twitter.com/xUWdTilINJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 9, २०२४
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'राहुल गांधी कई तरीकों से हमेशा चीन को प्रमोट करते रहते हैं. भारत को नीचा दिखाने और चीन को अच्छा दिखाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि चीन में लोकतंत्र नहीं है. वहां धार्मिक स्वतंत्रता भी नहीं है. उन्होंने आगे सवालिया लहजे में कहा, 'क्या राहुल गांधी इस बारे में कहीं बोलते हैं?. कांग्रेस और चीन कम्युनिस्ट पार्टी के बीच जो MoU साइन हुआ है. उसका उन्हें खुलासा करना चाहिए. हमें लगता है कि उस MoU में ये भी लिखा हुआ है कि राहुल गांधी जा भी जाएंगे वह चीन को प्रमोट करेंगे. कांग्रेस पार्टी सामने आए और चीन कम्युनिस्ट पार्टी के साथ जो MoU साइन हुआ है वो देश के सामने रखें.'
अमेरिका में राहुल गांधी का भाषण
अमेरिका में कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत में उत्पादन पर फोकस करने की जरूरत है'. 'वैश्विक उत्पादन में चीन का प्रभुत्व है इसलिए वह बेरोजगारी का सामना नहीं कर रहा है. लेकिन भारत और अमेरिका समेत पश्चिमी देश बेरोजगारी की समस्या का सामना कर रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा कि 'भारत को उत्पादन के कार्य और उत्पादन के आयोजन के बारे में सोचना होगा. जब तक हम ऐसा नहीं करते, हमें बेरोजगारी के उच्च स्तर का सामना करना पड़ेगा और स्पष्ट रूप से, यह टिकाऊ नहीं है.'