'भारत में बोलें...कोर्ट में घसीटूंगा', राहुल गांधी के सिख वाले बयान पर तिलमिलाई बीजेपी
राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान सिखों को लेकर विवादित बयान दिया है. इस पर बीजेपी नेता आरपी सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

BJP Leader RP Singh On Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए हैं. वर्जीनिया के हेरंडन में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कहा भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी. सिखों पर दिए बयान की बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है. भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने कांग्रेस नेता पर आरोप लगाते हुए कहा, '1984 में दिल्ली 3000 सिखों का नरसंहार किया गया, उनकी पगड़ियां उतार दी गईं, उनके बाल काट दिए गए और दाढ़ी काट दी गई.उन्होंने आगे कहा, राहुल गांधी यह नहीं कहते कि यह तब हुआ जब कांग्रेस सत्ता में थी.'
राहुल गांधी को अदालत में घसीटूंगा- आरपी सिंह
आरपी सिंह ने कहा, 'राहुल गांधी को चुनौती दें कि वह सिखों के बारे में जो कह रहे हैं, उसे भारत में दोहराएं, और फिर मैं उनके खिलाफ मामला दर्ज करूंगा और उन्हें अदालत में घसीटूंगा.' विदेश में जाकर राहुल गांधी के बयानों की अन्य नेताओं ने भी निंदा की है.
बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि 'जो लोग भ्रष्टाचार, घोटाले और देश के संसाधनों का दुरुपयोग करते हैं, वे डर जाते हैं.' लेकिन देश में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो कह सके कि वह पीएम नरेंद्र मोदी से डरता है।" उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पीएम मोदी की लोकप्रियता लोगों के बीच बढ़ रही है.'
Herndon, Virginia, USA: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "The fight (in India) is about whether a Sikh, is going to be allowed to wear a turban in India...whether a Sikh will be allowed to wear a kada in India or will be able to go to the Gurudwara...that's what… pic.twitter.com/PDbvPfcIse
— ANI (@ANI) September 10, २०२४
सिखों पर क्या बोले राहुल गांधी
अमेरिका में राहुल गांधी ने भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत के दौरान कहा कि 'भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी, क्या एक सिख गुरद्वारे जा सकता है. उन्होंने आगे कहा, भारत में लड़ाई राजनीति को लेकर नहीं, लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.