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खंड+खंड उत्तराखंड! मंगल के दिन कैसे 'अमंगल' में बदल गया धराली? जानें अब कैसे हैं उत्तरकाशी के हालात

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश के कारण हुए बादल फटने (Cloudburst) की घटना के बाद इलाके में आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और बीआरओ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने जानकारी दी कि अभी तक लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

खंड+खंड उत्तराखंड! मंगल के दिन कैसे अमंगल में बदल गया धराली? जानें अब कैसे हैं उत्तरकाशी के हालात
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 6 Aug 2025 11:59 AM

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को अचानक आई भीषण फ्लैश फ्लड ने ऊंचाई पर बसे धराली गांव को बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया.यू कहें तो चंद सेकंडों में पानी और मलबे का इतना बड़ा सैलाब आया कि कई इमारतें जमींदोज हो गईं, सैकड़ों लोग फंस गए और कम से कम चार लोगों की जान चली गई तो वहीं इसके साथ ही बताया दो और जगह पर बादल फटने की खबर फैली है जिसमें एक जगह 8 से 10 जवान के लापता होने की खबर है.

धराली, जो गंगोत्री धाम की यात्रा का अहम पड़ाव है, अब मलबे में दबे अपने अस्तित्व को तलाश रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस त्रासदी की जानकारी ली और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की. राहत-बचाव कार्यों में सेना, NDRF और स्थानीय प्रशासन दिन-रात जुटे हुए हैं. अब आइए उत्तरकाशी बादल हादसे पर Top अपडेट्स जानते हैं...

धाराली में कहर- एक पल में उजड़ा पूरा गांव

धाराली गांव में आए सैलाब ने घरों, होटलों, रेस्तरां और होमस्टे को नेस्तनाबूद कर दिया। 60–70 लोग मलबे में फंसे, जिनमें से कई अब भी लापता हैं। पहाड़ों में बसे इस गांव का आधे से ज़्यादा हिस्सा कीचड़, पत्थरों और पानी के ढेर में तब्दील हो गया है.

सेना और NDRF की रेस- जांबाज़ों ने संभाला मोर्चा

सेना की विशेष टीमें धाराली और पास के सुखी टॉप इलाके में राहत कार्य में जुटी हैं। JCB और अन्य हैवी मशीनरी को लगाया गया है ताकि सड़कों को दोबारा खोला जा सके। उत्तरकाशी-हर्षिल रोड कई जगहों पर मलबे से बाधित है.

केदार मंदिर मलबे में समाया, हेलिपैड डूबा

प्राचीन कल्प केदार मंदिर भी इस बाढ़ की चपेट में आ गया और मलबे में दब गया. हर्षिल का हेलिपैड पानी में डूब चुका है, जिससे हवाई राहत कार्य में दिक्कत हो रही है। मौसम साफ होने के बाद 4–5 हेलीकॉप्टर राहत कार्य में लगाए जाएंगे.

मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद घटनास्थल पर जाकर हालात का जायजा लिया. उन्होंने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (EOC) में बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत कार्य में कोई ढील न बरती जाए. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से भी पूरी मदद मिल रही है. एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं, बारिश चुनौती है लेकिन हम डटे हुए हैं.

नौ जवान लापता, स्कूल बंद, अलर्ट जारी

राहत कार्य के दौरान 9 आर्मी जवान लापता हो गए, जबकि दो को बचा लिया गया है. मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग में कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं.

पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह की नजर

यह एक बेहद दुखद घटना है. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हर अपडेट ले रहे हैं. भाजपा सांसद अजय भट्ट ने कहा कि, उन्होंने कहा कि अब तक 120 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है और उन्हें इलाज मिल रहा है. केंद्र और राज्य की एजेंसियां मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं.

NDRF के DIG ने उत्तरकाशी को लेकर क्या कुछ बताया?

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश के कारण हुए बादल फटने (Cloudburst) की घटना के बाद इलाके में आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और बीआरओ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी ने जानकारी दी कि अभी तक लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया, हमारी तीन टीमें रास्ता खुलते ही घटनास्थल पर पहुँच जाएंगी. पंतनगर, गौचर और जोशीमठ में तैनात हमारी टीमें भी अलर्ट पर हैं और मौसम में सुधार होते ही भेजी जाएंगी. उत्तरकाशी में भारी बारिश के चलते कई सड़कें अवरुद्ध हैं और हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है.

उत्तराखंड न्‍यूज
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