रुड़की के गंगनहर में समाया लोहे का पुल, विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना, याद दिलाया 2012 का हादसा
देश में पुल गिरने की खबरें बेहद आम हैं. बिहार के बाद अब उत्तराखंड के रुड़की में पुल हादसा हुआ है. गंगनहर में एक पुल बन रहा था, जो पानी में समा गया. इसके बाद विपक्ष ने धामी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है.

यह कहना गलत नहीं होगा कि बिहार राज्य में पुल टूटने की खबरें बेहद सामान्य हैं, लेकिन अब इस कड़ी में उत्तराखंड भी शामिल हो चुका है. रुड़की के गंगनहर में एक लोहे का पुल बन रहा था. यह पुल अचानक से गिरकर टूट गया. अच्छी बात यह है कि कोई भी इस हादसे का शिकार नहीं हुआ है.
यह पुल रुड़की के पीरबाबा कॉलोनी से रुड़की रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा था. वहीं, इस पुल का निर्माण रुड़की भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा के प्रस्ताव के बाद शुरू किया गया था. इस पुल के बनने से इस इलाके में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली थी, लेकिन पुल गंगनहर में गिरने के बाद आम जनता बेहद निराश हो गई है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
पुल गिरने पर धामी सरकार पर विपक्षी पार्टी ने निशाना साधा है. कांग्रेस के नेताओं ने उत्तराखंड की सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. बता दें कि पिछले साल पुष्कर धामी ने इस पुल का शिलान्यास किया था. वहीं, इस पुल के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को दी गई थी. इस पुल को बनाने के लिए गंगनहर में पानी बंद कर दिया गया था. इसके बाद पुल का काम तेजी से आगे बढ़ रहा था.
2012 पुल हादसे की याद हुई ताजा
इस मामले में बताया गया है कि 30 अक्टूबर की रात को नहर में पानी आ गया था, जिसके कारण पुल पानी में गिर गया. इस हादसे ने साल 2012 में हुए पुल हादसे की याद को ताजा कर दिया है. उस समय नगर निगम द्वारा बनाए गए पुल का ढांचा इस ही तरह पानी में समा गया था. साथ ही, इस हादसे का शिकार चार मजदूर हुए थे, जो पानी में बह गए थे.
निर्माण विभाग ने कही ये बात
इस हादसे को लेकर निर्माण विभाग अधिकारियों ने रहा कि पुल का किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं हुआ है. साथ ही, किसी की जान को भी खतरा नहीं हुआ है. इसके अलावा, अधिकारियों ने बताया कि एक तार खुलने के कारण पुल गिर गया, लेकिन सारा सामान सुरक्षित है.