Begin typing your search...

‘झगड़े, धमकियां, साजिशें… और फिर प्यार’: भाजपा के पूर्व विधायक ने आखिरकार इस एक्ट्रेस को बना लिया दूसरी पत्नी!

पूर्व बीजेपी विधायक सुरेश राठौर ने आखिरकार फिल्म एक्ट्रेस उर्मिला सनावर को अपनी दूसरी पत्नी के रूप में सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया. दोनों के बीच दो साल से विवाद और रिश्ते को लेकर आरोप-प्रत्यारोप चल रहे थे. उर्मिला ने इसे "मिशन सिंदूर" की जीत बताया। सुरेश ने कहा कि उर्मिला का प्यार सच्चा था और अब वह पूरी तरह साथ हैं.

‘झगड़े, धमकियां, साजिशें… और फिर प्यार’: भाजपा के पूर्व विधायक ने आखिरकार इस एक्ट्रेस को बना लिया  दूसरी पत्नी!
X
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 16 Jun 2025 4:32 PM

हरिद्वार की सियासी और सामाजिक गलियों में दो साल से जिस रिश्ते की कानाफूसी होती रही, वो अब सार्वजनिक रूप से मंज़ूरी पा गया है. उत्तराखंड की ज्वालापुर सीट से पूर्व बीजेपी विधायक सुरेश राठौर ने अभिनेत्री उर्मिला सनावर को आखिरकार अपनी दूसरी पत्नी के तौर पर स्वीकार कर लिया है. एक लंबे संघर्ष, आरोप-प्रत्यारोप और सोशल मीडिया ड्रामे के बाद, यह कहानी अब 'मिशन सिंदूर' के नाम से इतिहास में दर्ज हो चुकी है.

सहारनपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उर्मिला एक दुल्हन की तरह तैयार होकर पहुंचीं और सुरेश राठौर ने माइक पर घोषणा कर दी. 'उर्मिला का प्यार सच्चा था. मैंने उसे पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया है.' मंच पर मिठाई खिलाई गई, तस्वीरें खिंचीं और सियासी गलियारों में भूचाल-सा आ गया. यह रिश्ता पिछले दो सालों से विवादों में था. उर्मिला का दावा था कि राठौर ने उनसे शादी की है, लेकिन सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं कर रहे. कई बार सोशल मीडिया पर उर्मिला ने वीडियो डालकर अपना हक मांगा. कभी प्यार की दुहाई, कभी धमकी... अब आखिरकार उन्हें वो हक मिल गया, जो वे 'क़ानूनी बीवी' के तौर पर चाहती थीं.

विरोध और साजिशों की भी रही परछाई

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राठौर ने स्वीकार किया कि 'कुछ लोगों ने हमारे बीच गलतफहमियां पैदा कर दी थीं. लेकिन अब सब साफ हो चुका है. हमने अपनी पहली पत्नी और परिवार को भी मना लिया है. वहीं उर्मिला ने साफ कर दिया कि वे अभी राठौर के साथ नहीं रहेंगी जब तक उनके घर पर हुए हमले की साजिश का खुलासा न हो जाए.

जान का खतरा और केस दर्ज

उर्मिला का आरोप है कि कुछ लोगों ने उनके सहारनपुर वाले मकान पर कब्जे की कोशिश की थी. उन्होंने पुलिस में FIR भी दर्ज कराई है और कहा कि अब भी उन्हें जान का खतरा है. राठौर ने भरोसा दिलाया कि "अब उर्मिला की तरफ कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता. मैं उसके साथ खड़ा हूं.उर्मिला की बातें सीधी थीं. "मेरा प्यार सच्चा था, मैंने अपने हक के लिए लड़ाई लड़ी, और आज मुझे इंसाफ मिला. कई लोग इसे महिला अधिकारों की जीत कह रहे हैं, तो कई इसे राजनीतिक मजबूरी. लेकिन एक बात तय है— उत्तराखंड की राजनीति में अब उर्मिला सिर्फ एक "एक्ट्रेस" नहीं, एक "पारिवारिक सच्चाई" बन चुकी हैं.

अगला लेख