उत्तराखंड में चोरी-हत्या के मामले बढ़े, लेकिन इन अपराधों में आई कमी; RTI से बड़ा खुलासा
उत्तराखंड में आरटीआई से बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस हेडक्वार्टर की तरफ से आरटीआई एक्टिविस्ट नदीम की तरफ से दाखिल आरटीआई के जवाब में बताया गया है कि डकैती, लूट, स्नेचिंग, वाहन चोरी, दुष्कर्म और दहेज हत्या के मामलों में कमी आई है, जबकि चोरी, महिला अपहरण और हत्या के लिए अपहरण करने के मामलों में तेजी देखी गई.

Uttarakhand Crime Data: उत्तराखंड में पिछले साल हत्या, चोरी और महिला अपहरण के अपराधों में बढ़ोतरी देखने को मिली, जबकि दुष्कर्म, दहेज हत्या, लूट और डकैती के मामलों में कमी देखने को मिली. एडवोकेट नदीम उद्दीन की तरफ से दाखिल आरटीआई के जवाब में पुलिस हेडक्वार्टर की तरफ से यह जानकारी दी गई.
काशीपुर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट नदीम ने पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड में वर्ष 2024 में गंभीर अपराधों के विवरण की सूचना मांगी थी, जिसके जवाब में बताया गया कि 2024 में 17 हजार 278 गंभीर अपराध हुए, जो 2022 की तुलना में तीन प्रतिशत कम हैं. साल 2022 में 17 हजार 863 और 2023 में 17 हजार 776 अपराध दर्ज हुए थे.
दुष्कर्म-स्नेचिंग और डकैती की घटनाओं में आई कमी
बता दें कि साल 2024 में 2022 की तुलना में दुष्कर्म की घटनाओं में 10 प्रतिशत, लूट में 22 प्रतिशत, स्नेचिंग में 49, डकैती में 50 प्रतिशत, वाहन लूट में 27 प्रतिशत, गृह भेदन (कूमल आदि) में 19 प्रतिशत, वाहन चोरी में 17 प्रतिशत, दहेज हत्या में 60 प्रतिशत और अन्य गंभीर अपराधों में 9 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं, चोरी में 9 प्रतिशत, हत्या में 5 प्रतिशत, बलवा में 5 प्रतिशत, हत्या के लिए अपहरण में 100 प्रतिशत, महिला अपहरण में 91 प्रतिशत और अन्य अपहरण में 144 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
महिला अपहरण के मामले बढ़े
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में 2022 में महिला अपहरण के 86 मामले दर्ज हुए, जो 2023 में घटकर 77 और 2024 में बढ़कर 164 हो गए. हत्या को अपहरण के 2022 में 5, 2023 में 4 और 2024 में 10 मामले दर्ज हुए. अन्य अपहरण के 2022 में 418, 2023 में 526 और 2024 में 1019 मामले दर्ज हुए.
हत्या-बलवा के मामले बढ़े
हत्या के 2022 में 208, 2023 में 189 और 2024 में 218 अपराध दर्ज हुए. वहीं, चोरी के 2022 में 2244, 2023 में 2473 और 2024 में 2441 मामले दर्ज हुए, जबकि बलवा के 2022 में 974, 2023 में 833 और 2024 में 1025 मामले दर्ज हुए.
डकैती-लूट और वाहन चोरी के मामलों में आई कमी
बता दें कि पिछले साल डकैती के 17, लूट के 176, स्नेचिंग के 49, वाहन चोरी के 434, दहेज हत्या के 25, दुष्कर्म के 822 और वाहन लूट के 16 मामले सामने आए थे. इससे पहले, 2022 में डकैती के 34, लूट के 225, स्नेचिंग के 96, वाहन चोरी के 521, दहेज हत्या के 62, दुष्कर्म के 918 और वाहन लूट के 22 मामले सामने आए थे. इसके साथ ही करीब 11 हजार अन्य अपराध दर्ज हुए थे.