काले रंग की मर्सीडीज और चंडीगढ़ का नंबर प्लेट... देहरादून में मचाया आतंक, ले ली चार मजदूरों की जान
देहरादून के राजपुर रोड पर एक तेज रफ्तार मर्सिडीज कार ने सड़क किनारे पैदल चल रहे मजदूरों को कुचल दिया, जिसमें चार की मौत हो गई और दो घायल हो गए. हादसे के बाद कार चालक फरार हो गया. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच में जुटी है और शहर में नाकेबंदी कर दी गई है.

राजधानी देहरादून में बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे पैदल चल रहे छह मजदूरों को कुचल दिया. हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. यह घटना राजपुर थाना क्षेत्र में साईं मंदिर के पास हुई, जहां एक काले रंग की मर्सिडीज कार बेकाबू होकर फुटपाथ पर चढ़ गई और राहगीरों को रौंदते हुए निकल गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त कार बहुत तेज गति में थी और अचानक संतुलन खोकर पैदल चल रहे मजदूरों को टक्कर मार दी. इतना ही नहीं, सड़क किनारे स्कूटी पर खड़े दो लोग भी कार की चपेट में आ गए. घटना के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका पहले भी तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसों का शिकार हो चुका है, लेकिन इस बार का हादसा बेहद खौफनाक था.
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही देहरादून एसएसपी अजय सिंह और आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप मौके पर पहुंचे. पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है ताकि आरोपी ड्राइवर और वाहन की सही पहचान की जा सके. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि कार चंडीगढ़ नंबर की थी. पुलिस ने शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर नाकेबंदी कर चेकिंग अभियान तेज कर दिया है.
स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा
दर्दनाक दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा रोष देखने को मिला. क्षेत्रवासियों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और पुलिस अधिकारियों का घेराव किया. उनका कहना था कि राजपुर रोड पर आए दिन तेज रफ्तार वाहनों से हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में नाकाम रहा है. इसको देखते हुए पुलिस ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने और बैरिकेडिंग लगाने का आश्वासन दिया है.
मृतकों और घायलों की पहचान
इस भीषण हादसे में मरने वालों में मंसाराम (अयोध्या, उत्तर प्रदेश), रंजीत (अयोध्या, उत्तर प्रदेश) और दो अन्य अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं. वहीं, घायलों में धनीराम (हरदोई, उत्तर प्रदेश) और मोहम्मद साकिब (सीतामढ़ी, बिहार) शामिल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
तेज रफ्तार गाड़ियों पर कब लगेगी रोक?
यह घटना एक बार फिर से तेज रफ्तार गाड़ियों की वजह से हो रहे हादसों पर सवाल खड़े करती है. सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी और ट्रैफिक पुलिस की लचर व्यवस्था के चलते ऐसे हादसे लगातार हो रहे हैं. प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.