Begin typing your search...

नाव चलाने वाले के परिवार ने कमाए करोड़ों रुपये, सीएम योगी ने सुनाई कहानी, लोगों ने कहा- मुझे भी नाविक बनना है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की आर्थिक सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे उत्तर प्रदेश को तीन लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला. उन्होंने एक नाविक परिवार की सफलता साझा की, जिसने 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की. यह आयोजन धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण रहा, जिससे पर्यटन और व्यापार को बड़ा लाभ हुआ.

नाव चलाने वाले के परिवार ने कमाए करोड़ों रुपये, सीएम योगी ने सुनाई कहानी, लोगों ने कहा- मुझे भी नाविक बनना है
X
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 5 March 2025 10:43 AM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान महाकुंभ 2025 के आर्थिक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश को तीन लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. उन्होंने पर्यटन, होटल, परिवहन और अन्य व्यवसायों में हुई कमाई का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया. इसके अलावा, उन्होंने प्रयागराज के एक नाविक परिवार की सफलता की कहानी भी शेयर की, जिसने महाकुंभ के 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की शुद्ध बचत की.

इस नाविक परिवार का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करता रहा कि नाविकों का शोषण हो रहा है. उन्होंने तथ्यों के साथ स्पष्ट किया कि इस परिवार के पास 130 नावें हैं, जिनमें से प्रत्येक ने औसतन 23 लाख रुपये की कमाई की. उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल आध्यात्मिक नहीं बल्कि आर्थिक उन्नति का भी माध्यम बना, जिससे समाज के हर तबके को लाभ हुआ.

सरकार के लिए महाकुंभ थी अग्निपरीक्षा

सीएम योगी ने बताया कि 27 फरवरी को महाकुंभ के समापन के अवसर पर उन्होंने मां गंगा का पूजन किया और नाविक समुदाय से मुलाकात की. इस दौरान सरकार ने उनके लिए विशेष पैकेज की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत के तहत महाकुंभ ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास की मिसाल पूरी दुनिया में कायम की है. उन्होंने महाकुंभ को सरकार की एक 'अग्निपरीक्षा' करार दिया और इस आयोजन की सफलता को देश और दुनिया के लिए प्रेरणादायक बताया.

सपा पर साधा निशाना

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार पर आरोप लगाती रही कि उनकी नीतियां सांप्रदायिक हैं, लेकिन महाकुंभ ने इस मिथक को तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन 'सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयाः' की भावना को साकार करता है, जिसमें जाति, धर्म या मजहब का कोई भेदभाव नहीं किया गया. 100 से अधिक देशों के श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल हुए और वे भारतीय संस्कृति और विरासत की भव्यता से अभिभूत होकर लौटे.

पर्यटन को मिला फायदा

सीएम योगी ने महाकुंभ को न केवल धार्मिक बल्कि आर्थिक उपलब्धि भी बताया. उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नया आयाम दिया है. विशेष रूप से होटल और पर्यटन उद्योग को बड़ा फायदा हुआ है, जिससे लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद है. इसके अलावा, स्थानीय व्यापारियों, परिवहन सेवाओं और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को भी बड़ा लाभ मिला है.

सभी वर्ग को मिलता है लाभ

महाकुंभ के आयोजन ने साबित कर दिया कि धार्मिक पर्यटन भी अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार बन सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज के हर वर्ग को आर्थिक लाभ मिलता है और यह भारत की समृद्ध संस्कृति को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का भी अवसर प्रदान करता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति को और सशक्त बनाएगा.

लोगों का आया रिएक्शन

सीएम योगी के बयान के बाद लोगों के रिएक्शन आए हैं. एक यूजर ने ट्री इडियट फिल्म की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, पापा मैं नाविक बनना चाहता हूं, उसमें करोड़ों की कमाई है और टैक्स भी नहीं देना पड़ता. वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा, "उसपर टैक्स की छूट होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने उसे शारीरिक श्रम से कमाया है."


UP NEWS
अगला लेख