कौन हैं पान सिंह तोमर की पोती सपना? 6 सेकंड में 7 बार थप्पड़ मारने के बाद बनी चर्चा में
सपना तोमर, पान सिंह तोमर के बेटे शिवराम सिंह तोमर की बेटी हैं. वह उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के बबीना क्षेत्र में रहती हैं. 4 जून 2025 को, सपना ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) वैभव रावत के साथ कथित तौर पर मारपीट की.

पान सिंह तोमर की कोई पोती सपना उस वक्त सुर्खियों में आ गई जब उसने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) वैभव रावत को 7 थप्पड़ जड़ दिए. जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बता दें कि पान सिंह तोमर वहीं थे जिनपर बॉलीवुड में उनके नाम पर फिल्म बन चुकी है जिसमें दिवगंत स्टार इरफ़ान खान नजर आए. दुनिया जिसे डैकेट बताती रही दरअसल उस पान सिंह तोमर का परिवार उन्हें डाकू नहीं बल्कि 'बागी' कहता है. लेकिन अब चर्चा में आई उनकी पोती सपना के बारें में जानने के लिए हर उत्सुक है कि आखिर वह कौन हैं और क्या करती है.
सपना तोमर, पान सिंह तोमर के बेटे शिवराम सिंह तोमर की बेटी हैं. वह उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के बबीना क्षेत्र में रहती हैं. 4 जून 2025 को, सपना ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) वैभव रावत के साथ कथित तौर पर मारपीट की, जब वह उनके घर पर स्मार्ट मीटर लगाने गए थे. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और सपना के खिलाफ मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में FIR दर्ज की गई है.
सपना के खिलाफ दर्ज मुकदमा
सपना ने जूनियर इंजीनियर वैभव रावत पर कथित तौर पर 4 सेकंड में 7 थप्पड़ मारे और उनका मोबाइल फोन तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा रिकॉर्ड किया। वैभव रावत की शिकायत पर बबीना पुलिस ने सपना तोमर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 121(1), 132, 115(2), 352, और 324(4) के तहत मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया.
पेशे से वकील हैं सपना
टाइम ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, सपना पेशे से वकील है उनका बिजली विभाग के खिलाफ आरोप है कि टीम ने बिना पूर्व सूचना के मीटर बदलना शुरू किया और पैसे की मांग की. जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उनके साथ अभद्रता की गई. सपना ने यह भी दावा किया कि जूनियर इंजीनियर वैभव रावत उनके बहुत करीब आए और अभद्र व्यवहार किया, जिसके जवाब में उन्होंने थप्पड़ मारे। उन्होंने इस संबंध में बबीना थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की माँग की और चेतावनी दी कि यदि सुनवाई नहीं हुई तो वे DIG से न्याय मांगेगी.
पान सिंह तोमर और उनके परिवार का बैकग्राउंड
पान सिंह तोमर एक भारतीय सैनिक, सात बार के राष्ट्रीय स्टीपलचेज़ चैंपियन और 1958 के एशियाई खेलों में भारत के प्रतिनिधि थे. सेना से समयपूर्व रिटायरमेंट के बाद, वे मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के भिदौसा गांव लौटे, जहां जमीनी विवाद ने उन्हें बागी बनने के लिए मजबूर किया. 1981 में भिंड जिले में एक पुलिस मुठभेड़ में उनकी मृत्यु हो गई. सपना के पिता और पान सिंह के बेटे, शिवराम भारतीय सेना में सूबेदार थे. पान सिंह की मृत्यु के बाद, परिवार ने गांव में रंजिश के कारण भिदौसा छोड़कर बबीना में बसने का फैसला किया. पान सिंह की पत्नी और सपना की दादी, जो 2022 तक जीवित थीं और बबीना में अपने परिवार के साथ रहती थी. परिवार पान सिंह को डकैत नहीं, बल्कि एक बागी मानता है, जो सिस्टम की नाइंसाफी के खिलाफ लड़ा। वे चाहते हैं कि पान सिंह के नाम पर एक स्टेडियम बनाया जाए, ताकि उनकी एथलेटिक उपलब्धियों को सम्मान मिले.
क्या रहा रिएक्शन
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, कई यूजर्स ने इसे पान सिंह तोमर की बागी छवि से जोड़ा, कुछ ने मजाक में कहा, "DNA में किसका खून है.' कुछ पोस्ट्स में इसे "गुंडागर्दी" करार दिया गया, जबकि अन्य ने इसे बिजली विभाग की कथित मनमानी के खिलाफ प्रतिक्रिया बताया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है, और जाँच चल रही है। दोनों पक्षों के दावों की निष्पक्ष जाँच के लिए कदम उठाए गए हैं.