Begin typing your search...

घंटों करती थी मोबाइल पर बातें, मौसा-मौसी और नाना ने मिलकर 14 वर्षीय किशोरी को उतारा मौत के घाट

उत्तर प्रदेश में 14 वर्षीय मासूम किशोरी को उसके मौसा-मौसी समेत नाना ने मिलकर मौत के घाट उतार डाला है. बताया गया कि युवती घंटो तक किसी युवक से बातें करती थी. उसे रोका गया था. न मानने पर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.

घंटों करती थी मोबाइल पर बातें, मौसा-मौसी और नाना ने मिलकर 14 वर्षीय किशोरी को उतारा मौत के घाट
X
( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 30 Oct 2024 1:08 PM IST

उत्तर प्रदेश के इटावा से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. बताया गया कि एक किशोरी की हत्या की गई. और इसके बाद उसके शव को नदी सबूत मिटाने के चक्कर में नदी में फेंक दिया गया. मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने मौसा-मौसी समेत नाना को गिरफ्तार किया है. हत्या को अंजाम इसलिए दिया गया क्योंकी किशोरी एक युवक से बात करने की कोशिश कर रही थी.

पुलिस को इस मिली जानकारी के अनुसार किशोरी एक युवक से बात करती थी. इस पर मौसा-मौसी समेत नाना को आपत्ति थी. बताया गया कि इंकार किया गया. मारपीट की और बात हत्या तक जा पहुंची. वहीं तीनों ने मिलकर सबूत मिटाने का भी बहुत प्रयास किया. जिसके चलते शव को नदी में फेंक दिया.

पुलिस ने किया मामला दर्ज

दरअसल 14 वर्ष की किशोरी के साथ पिता डोकी थाना क्षेत्र में गांव कांस के पूरन सिंह के आवास पर ले गए थे. इसी आवास पर मौसा-मौसी और नाना रहते थे. पिता का आरोप है कि तीनों ने मिलकर बेटी की हत्या को अंजाम दिया और बाद में नदी शव सबूत मिटाने के लिए शव को नदी में फेंक दिया. वहीं इसकी शिकायत बलरई थाने में कराई गई.

पुलिस ने सूचना मिलते ही SDRF की टीम को लगवाकर नदी से शव को निकलवाया और पोस्टमॉर्ट के लिए भेज दिया. रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि किशोरी की हत्या शरीर पर आई चोटों के कारण हुई है. वहीं जिसके बाद पुलिस ने किशोरी के मौसा सत्यभान, मौसी, मौसा के भाई सिंटू तथा नाना पूरन सिंह व नानी के खिलाफ हत्या करके सबूत मिटाने के लिए शव नदी में फेंके जाने का केस दर्ज किया है.

कबूला अपना अपराध

वहीं मौसा-मौसी समेत नाना को हिरासत में लेने के बाद तीनों ने अपने आरोप को कबूल लिया है. साथ ही ये भी बताया कि आखिर किशोरी की गलती क्या थी. बताया गया कि किशोरी युवक से फोन पर काफी देर तक बातें करती थी. परिजनों ने उसे ऐसा करने से कई बार रोका भी. लेकिन रोकने के बाद भी वह नहीं रुकी. जिसके बाद पिता ने उसे यहां भेजा लेकिन यहां मारपीट हुई. जिसमें उसकी मौत हो गई.

बताया गया कि मौत होने से तीनो काफी डर गए थे. जिसके कारण सबूतों को छिपाने के लिए शव को नदी में फेक दिया था. वहीं फिलहाल किशोरी के मौसा के भाई और नानी की पुलिस को तलाश है.

अगला लेख