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'अधिकारियों की कुर्सियों पर होते हैं मोटे और मुलायम तौलिए', UP में व्हाइट टॉवल को लेकर छिड़ा विवाद

योगी सरकार ने आदेश दिया कि सांसदों, विधायकों और एमएलसी को पूरे राज्य में बैठकों में "एक ही ऊंचाई और सजावट की" तौलिया से सजी कुर्सियां दी जाएं. 6 सितंबर को राज्य की संसदीय निगरानी समिति की बैठक में शिकायत मिलने के बाद बैठक बुलाई गई थी. जिसमें बताया गया था कि विधायकों को साधारण कुर्सियों पर बैठाया जाता है बल्कि अधिकारी तौलिए से सजी कुर्सी पर बैठते हैं.

अधिकारियों की कुर्सियों पर होते हैं मोटे और मुलायम तौलिए, UP में व्हाइट टॉवल को लेकर छिड़ा विवाद
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( Image Source:  @DesiMemesTweets )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 22 Nov 2024 8:42 AM IST

UP News: केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ही जगह सरकारी दफ्तरों में सफेद तौलिए रखे दिख जाते हैं. बड़े-बड़े अधिकारियों की कुर्सियों में मोटे और मुलायम तौलिए लगे होते हैं. अब उत्तर प्रदेश में इस तौलिए को लेकर ही विवाद खड़ा हो गया है. इस महीने सरकारी दफ्तर में मीटिंग के दौरान अधिकारियों के बीच काफी बवाल देखने को मिला.

हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी के रिपोर्ट के मुताबिक महीने की शुरुआत में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा बुलाई गई आपातकालीन बैठक बुलाई. इसका उद्देश्य सुनिश्चित करना था कि प्रशासनिक प्रोटोकॉल, जो निर्वाचित प्रतिनिधियों को सार्वजनिक अधिकारियों की कुर्सी पर ऊपर सफेद तौलिया रखता है, उसका पूरी तरह से पालन हो रहा है या नहीं.

यूपी सरकार ने दिया ये आदेश

योगी सरकार ने आदेश दिया कि सांसदों, विधायकों और एमएलसी को पूरे राज्य में बैठकों में "एक ही ऊंचाई और सजावट की" तौलिया से सजी कुर्सियां दी जाएं. 6 सितंबर को राज्य की संसदीय निगरानी समिति की बैठक में शिकायत मिलने के बाद बैठक बुलाई गई थी. जिसमें बताया गया था कि विधायकों को साधारण कुर्सियों पर बैठाया जाता है बल्कि अधिकारी तौलिए से सजी कुर्सी पर बैठते हैं.

समाजवादी पार्टी ने उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के विधायक पंकज मलिक ने कहा, "विधायकों को साधारण कुर्सियां ​​दी जाती हैं और अधिकारी सफेद तौलिये वाली कुर्सियों पर बैठते हैं. उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी विधायकों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे लोगों के साथ अच्छा व्यवहार कैसे करेंगे." नेता ने कहा कि अधिकारी भी सोफे पर बैठे थे, जबकि विधायकों को साधारण कुर्सियां दी गई थीं. उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार बेहद आपत्तिजनक था.

क्या है यूपी सरकार की तौलिया प्रथा?

जानकारी के अनुसार लखनऊ में स्थिति उत्तर प्रदेश सचिवालय में सप्ताह में दो बार (सोमवार-गुरुवार) को करीब एक हजार तौलिए बदले जाते हैं. इनमें ज्यादातर तौलियों का रंग सफेद ही होता है. सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भगवा रंग का तौलिया होता है. इसे खरीदने की कोई केंद्रीकृत खरीद प्रणाली नहीं है और सचिवालय, विभाग, प्रभाग और जिले उन्हें एजेंसियों से खरीदते हैं.

सचिवालय की यह प्रथा धीरे-धीरे पूरे यूपी में अपनाई जाने लगी. प्रदेश के पूर्व डीजीपी सीआईएसएफ के पूर्व महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा, "यह प्रथा पूरी पुलिस व्यवस्था में भी अपनाई जाती है और स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) से लेकर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) स्तर के अधिकारियों की कुर्सियों को सफेद तौलिये से सजाया जाता है."

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