'सब गोली चलाओ', 'नेताओं के चक्कर में भविष्य खराब मत करो' - सुलगते संभल के पांच वायरल Video
उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा की एक बड़ी घटना सामने आई है. हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव किया गया और उपद्रवियों ने खुलेआम फायरिंग भी की, जिसके कारण इलाके में तनाव फैल गया. इस हिंसक घटना में अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है.

उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा की एक बड़ी घटना सामने आई है. हिंसा के दौरान पुलिस पर पथराव किया गया और उपद्रवियों ने खुलेआम फायरिंग भी की. जिसके कारण इलाके में तनाव फैला है. इस हिंसक घटना में अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. हिंसा के बाद पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने इस मामले में संभल कोतवाली में प्राथमिक दर्ज की है और सपा सांसद जिया उर रहमान और विधायक नवाब इकबाल के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ उपद्रव की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया है. इन आरोपों के तहत इन नेताओं को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
पत्थरबाजी का वीडियो
साथ ही, हिंसा के दौरान कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें उपद्रवी खुलेआम पत्थरबाजी करते और फायरिंग करते नजर आ रहे हैं. इन वीडियो में न केवल पत्थर फेंके जा रहे हैं, बल्कि कुछ लोग हथियारों के साथ भी दिखाई दे रहे हैं, जिससे हिंसा और अधिक बढ़ गई. इन घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया है.
'चोली चलाओं बे सब'
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस जवान अन्य पुलिसकर्मी को कमांड दे रहे हैं कि सब गोली चलाओ. इस कमांड के बाद एक के बाद एक कई राउंड फायरिंग की गई है. इसके बाद पुलिस जवानों ने पत्थर उठाकर फेंकना शुरू किया है. हिंसा में मारे गए परिजनों का आरोप है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है वहीं पुलिस ने इन आरोपों को खंड़न किया है.
संभल में जय श्री राम के नारे
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि 'सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे. उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है. वीडियो में देखा जा सकता है कि हरिहर मंदिर और जय श्री राम के नारे लग रहे हैं.
सुलगते संभल में कई सवाल
वीडियो में भीड़ पर पुलिस का लाठी चार्ज और उसके साथ जुड़े बयान और विचार संवेदनशील मुद्दे को उजागर करते हैं, जिसमें एक यूज़र ने यह सवाल उठाया कि क्या भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं और क्या 2014 के बाद से भारतीय मुसलमान सरकार के निशाने पर हैं. ऐसे विचार और सवाल आमतौर पर राजनीतिक और सामाजिक तनाव के बीच उत्पन्न होते हैं और इन्हें बिना सटीक संदर्भ और तथ्यों के देखना मुश्किल हो सकता है.
संभल हिंसा में सियासत
इस वायरल वीडियो में कहते हुए सुना जा सकता है कि इन नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य खराब मत करो. वीडियो में SP बवाल के बाद घटनास्थल पर अन्य पुलिसकर्मी के साथ गश्त करते हुए लोगों को पत्थरबाजी से मना करते दिख रहे हैं लेकिन वीडियो में देखा जा सकता है की पत्थरबाजी जारी है.
विपक्षी दलों ने हिंसा को लेकर भाजपा की आलोचना की है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर सीधे गोली चलाई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा - आरएसएस की सुनियोजिक साजिश से हुआ है. वहीं इस घटना में अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है जिसके बाद से कहा जा रहा है अगर पुलिस ने गोली नहीं चलाई को पांच लोगों की मौत का जिम्मेदारी कौन है तो वहीं सूत्रों के हवाले से खबर है पुलिस की गोली से किसी की मौत नहीं हुई बल्कि खुद के कट्टे से हुई है.