Begin typing your search...

बीवी से पीछा छुड़ाने का खौफनाक तरीका! कानपुर में पुलिस कांस्टेबल ने पत्नी को सांप से कटवाया

Kanpur News: कानपुर में एक पुलिस वाले ने अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए सांप से महिला को कटवाया. इसके बाद वह बीवी को उसी हालत में छोड़कर भाग गया. हालांकि महिला की जान बची थी वह जैसे-तैसे करके परिजन के पास पहुंची और आरोपी पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

बीवी से पीछा छुड़ाने का खौफनाक तरीका! कानपुर में पुलिस कांस्टेबल ने पत्नी को सांप से कटवाया
X
( Image Source:  META AI )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 27 Nov 2025 1:30 PM IST

Kanpur News: पिछले कुछ दिनों से देश भर में पत्नियों द्वारा पति की हत्या-मारपीट के बहुत से मामले सामने आए हैं. मेरठ के सौरभ हत्याकांड का केस में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच कानपुर से एक और पति-पत्नी विवाद सामने आ गया. यहां पर पुलिस कांस्टेबल ने अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए उसे सांप से कटवा दिया.

जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी अपने बीवी के साथ नहीं रहना चाहता था. इसलिए उसे पहले सांप से पत्नी को कटवाया और उसे मरा समझकर भाग गया. पीड़िता किसी तरह परिजन के पास पहुंची और फिर पुलिस स्टेशन में आरोपी पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

क्या है मामला?

पुलिस कांस्टेबल अनुज पाल ने अपनी पत्नी अंशिका के साथ यह दुर्व्यवहार किया. महिला ने अपनी शिकायत में कहा, चार साल पहले दबाव में दोनों की शादी हुई थी. जब उसके पति अनुज पाल, जो उस समय पुलिस अधिकारी नहीं थे, ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया था. कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए उसने मंदिर में उससे शादी कर ली और शुरू में उसे अपनी बहन के घर पर रखा.

महिला ने आरोप लगाते कहा, अनुज पाल की उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी लग गई. इसके बाद उसने अपनी शादी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. फिर मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और दोनों के बीच समझौता हो गया उसे उसके घर में रहने के लिए भेज दिया गया.

पति पर लगाए कई गंभीर आरोप

अंशिका ने दावा कि इस समझौते के बाद ही पाल मुझे धमकी देता रहा और मेरा शारीरिक शोषण करता रहा. 19 फरवरी को अंशिका ने आरोप लगाया कि अनुज ने प्लानिंग करके दो सपेरों को बुलाया और उसे जबरन सांप से कटवाया. उसने कथित तौर पर उसकी चीखें दबा दीं और बेहोश होने के बाद उसे मरा हुआ समझकर कमरे में छोड़ दिया. जब अंशिका को होश आ गया और वह कमरे को बाहर से बंद करके अपने माता-पिता के घर भाग गई. हालांकि, उसके परिवार ने दावा किया कि पुलिस शुरू में शिकायत दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी.

अंशिका को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद, वह और उसके पिता कानपुर के डीसीपी के पास पहुंचे, जिन्होंने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

UP NEWS
अगला लेख