कभी लड़ा था मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव, गुलफाम सिंह की इंजेक्शन देकर हत्या करने के मामले में जुड़ी कई कड़ी
भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की दिनदहाड़े जहरीले इंजेक्शन से हत्या कर दी गई. बाइक सवार दो हमलावरों ने उन्हें घर में घुसकर निशाना बनाया और फरार हो गए. वह तीन दशक से राजनीति में सक्रिय थे. पुलिस ने फोरेंसिक जांच और सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच शुरू कर दी है और जल्द खुलासा करने का दावा किया है.

संभल (यूपी) में गुन्नौर क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. बाइक सवार दो युवक आए और उन्हें जहर का इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के समय वह गांव दफ्तरा हिंमंचल में अपने घेर में चारपाई पर बैठे थे. अचानक पहुंचे हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए.
परिवार के लोगों ने पहले सोचा कि उन्हें गोली मारी गई है, इसलिए तुरंत उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया. वहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताकर अलीगढ़ रेफर कर दिया. लेकिन उपचार के लिए ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. जांच के दौरान सामने आया कि उनकी हत्या जहरीले इंजेक्शन से की गई थी.
खंगाले जा रहे CCTV फुटेज
घटना की जानकारी मिलते ही सीओ गुन्नौर दीपक तिवारी, एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई गांव पहुंचे. फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य और फिंगरप्रिंट इकट्ठा किए. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. गुलफाम सिंह का पोस्टमार्टम अलीगढ़ में पैनल द्वारा किया गया, जहां 100 से अधिक समर्थक और रिश्तेदार मौजूद थे.
जल्द होगा खुलासा: एसपी
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि पुलिस के पास मजबूत सुराग है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी और अन्य सबूतों के आधार पर अपराधियों की पहचान जल्द होगी. पुलिस जल्द ही इस सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश करेगी और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की बात कही.
मुलायम सिंह के खिलाफ लड़े थे चुनाव
65 वर्षीय गुलफाम सिंह यादव पिछले तीन दशकों से राजनीति में सक्रिय थे. उन्होंने 2004 में गुन्नौर विधानसभा उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. वह पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और आरएसएस के जिला कार्यवाह जैसे अहम पदों पर भी रहे थे.
बेटे ने रंजिशन हत्या का लगाया आरोप
उनकी पत्नी जावित्री देवी लगातार तीन बार से गांव की प्रधान हैं, जबकि उनके बेटे दिव्य प्रकाश यादव 2019 के जुनावई ब्लॉक प्रमुख उपचुनाव में विजयी रहे थे. बेटे दिव्य प्रकाश यादव ने आरोप लगाया कि यह हत्या पुरानी रंजिश के कारण की गई है. उन्होंने दावा किया कि पिता ने हमलावरों को पहचान लिया था.