मेरी मां जिंदा या मर गई... रोते हुए बेटे की चीख-पुकार, चश्मदीदों ने सुनाई महाकुंभ में भगदड़ की आपबीती | VIDEO
चश्मदीदों ने बताया कि भीड़ अचानक बैरियर तोड़कर घाट पर बैठी भीड़ पर चढ़ गई, जिससे भगदड़ मच गई. पीड़ितों के परिजनों का कहना है कि भीड़ बेकाबू हो गई और आने-जाने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. एक महिला ने कहा, "लोग मदद करने की बजाय हंस रहे थे और एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते जा रहे थे.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बुधवार देर रात करीब 1:30 बजे एक घाट पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, प्रयागराज के एक डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं. हालांकि प्रशासन ने अब तक किसी मौत की पुष्टि नहीं की है. बताया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम से मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान यह घटना हुई.
चश्मदीदों ने बताया कि भीड़ अचानक बैरियर तोड़कर घाट पर बैठी भीड़ पर चढ़ गई, जिससे भगदड़ मच गई. पीड़ितों के परिजनों का कहना है कि भीड़ बेकाबू हो गई और आने-जाने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. एक महिला ने कहा, "लोग मदद करने की बजाय हंस रहे थे और एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते जा रहे थे. हमारे परिवार की तीन बेटियां और एक बेटा वहां थे. मेरा बेटा गंभीर हालत में है.
एक अन्य पीड़ित ने कहा, 'मैं मध्य प्रदेश के बागेश्वर का रहने वाला हूं. मेरी मां गायब है, और मुझे नहीं पता कि वह जिंदा है या नहीं. भगदड़ के दौरान न पुलिस मदद के लिए पहुंची और न कोई अन्य सहायता मिली. 30-40 लोग घायल हैं, और कुछ की मौत भी हो सकती है.
चित्रकूट से आए इंद्रपाल नाम एक शख़्स ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें संगम के तट के पास रोक दिया गया था जिसके बाद भगदड़ मच गई और उनके बहनोई लापता हो गए. उन्होंने दावा किया है कि जब वो घटनास्थल पर अपने बहनोई को तलाशने गए तो वहां पर शव पड़े थे, अब प्रशासन ने मोर्चरी जाने को कहा है.
अफवाहों पर ध्यान न दें
CMO के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और उनका सहयोग करें. उन्होंने किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने को भी कहा है.
घटना के बाद प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि वे जहां हैं, वहीं बने रहें, लेकिन भीड़ लगातार गंगा की ओर बढ़ रही है, जिससे हालात को संभालना मुश्किल होता जा रहा है. प्रशासन की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है, लेकिन बढ़ती भीड़ से सुरक्षा बलों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
कई साधु-संतों ने भी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे अपने स्थान पर ही रहें और अनावश्यक रूप से इधर-उधर न जाएं. भक्तों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की गई है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके.