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'मुसलमान और उनके...सपा के गुलाम हैं'; OP राजभर का विवादित बयान- Video

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सियासी तापमान बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि मुसलमान समाजवादी पार्टी का गुलमा है. उनके जो नेता है वो भी गुलाम है हक और शिक्षा की बात नहीं करते हैं. वह केवल नफरत की बात करते हैं.

मुसलमान और उनके...सपा के गुलाम हैं; OP राजभर का विवादित बयान- Video
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 25 Jun 2025 4:14 PM

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सियासी तापमान बढ़ा दिया है. आजमगढ़ में एक जनसभा के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके मुस्लिम समर्थकों पर तीखा हमला बोला. राजभर ने कहा, 'मुसलमान समाजवादी पार्टी का गुलाम है. उनके नेता भी गुलाम हैं, जो न शिक्षा की बात करते हैं, न स्वास्थ्य, रोजगार या अमन की. सिर्फ नफरत फैलाना इनकी आदत बन गई है.

ओपी राजभर ने अपने बयान में मुस्लिम समुदाय के राजनीतिक रुझानों को लेकर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर मुसलमान वाकई में पैगंबर मोहम्मद साहब को मानते हैं, तो उन्हें समझना चाहिए कि मोहम्मद साहब ने हमेशा भाईचारे और इंसानियत का पैगाम दिया.उन्होंने कहा, लेकिन सपा, बसपा और कांग्रेस मुसलमानों को सिर्फ नफरत और भाजपा के खिलाफ ज़हर घोलना सिखाते हैं.'

विपक्ष को बताया ‘नफरत का सौदागर’

राजभर यहीं नहीं रुके उन्होंने विपक्षी दलों – कांग्रेस, सपा और बसपा – पर आरोप लगाया कि ये पार्टियाँ देश में नफरत फैलाने का काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार भाजपा सरकार में 51 मुस्लिम छात्र IAS बने हैं, जबकि यह काम कांग्रेस, सपा या बसपा भी कर सकती थीं, मगर उन्होंने मुसलमानों को सिर्फ डर दिखाकर वोट लिए.

सियासत में गरमाहट, विपक्ष का पलटवार संभव

राजभर के इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में गर्मी आ गई है. विपक्षी दलों की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया की संभावना है. सपा प्रवक्ताओं ने इसे अल्पसंख्यकों का अपमान बताया है और कहा है कि राजभर भाजपा के इशारे पर मुस्लिमों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.

यह पहला मौका नहीं है जब ओपी राजभर ने इस तरह के विवादित बयान दिए हैं. लेकिन इस बार उनका निशाना सीधा मुस्लिम समुदाय और विपक्ष दोनों रहे, जिससे राज्य की सियासत में नया तूफान खड़ा हो सकता है.

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