लव मैरिज के बाद तनाव और आर्थिक तंगी बनी खौफनाक घटना की वजह, पति ने भाई के साथ मिलकर की पत्नी की हत्या
बरेली के नवाबगंज क्षेत्र में बीते मंगलवार को एक ऐसा खौफनाक मंजर सामने आया, जिसे सुनकर हर कोई सन्न रह गया. यहां एक पति ने अपनी पत्नी अनीता की गला रेतकर हत्या कर दी थी. वहीं, देवर सचिन उसके हाथ पकड़े बैठा था. मामले में पुलिस ने रविवार को पति अनिल, देवर सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचिया ससुर महेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक दिल दहला देने वाली हत्या की घटना सामने आई है. इस वारदात ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया. एक पति ने गुस्से और तनाव में आकर अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी, और इस खौफनाक कांड में उसका छोटा भाई भी शामिल था. बरेली जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र की ओम सिटी कॉलोनी में मंगलवार को एक भयानक दृश्य देखने को मिला. यहां रहने वाले अनिल ने अपनी पत्नी अनीता का गला रेतकर उसकी हत्या कर दी.
हत्या के वक्त अनिल का छोटा भाई सचिन भी वहां मौजूद था और वह अनीता के हाथ पकड़े बैठा था. घटना के कुछ दिनों बाद यानी रविवार को पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की. पुलिस ने आरोपी पति अनिल, उसके भाई सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचेरे ससुर महेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अनिल और सचिन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जबकि बाकी तीनों पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज हुआ है.
प्यार से शुरू हुआ रिश्ता, नफरत में बदला
अनिल और अनीता की कहानी शुरू में एक लव मैरिज की तरह थी. अनीता, अनिल के फुफेरे भाई की साली थी. दोनों के बीच प्यार हुआ और परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने शादी करने की जिद पकड़ी. आखिरकार घरवालों को रिश्ते के लिए राजी होना पड़ा, लेकिन परिवार ने इस रिश्ते को दिल से कभी स्वीकार नहीं किया. शादी के शुरुआती दिनों में अनीता अपने ससुराल के गांव कमुआ में रही, लेकिन वहां का माहौल उसे रास नहीं आया. सास-ससुर की सख्ती और गांव की परंपराएं उसे पसंद नहीं थी. वह शहर में रहना चाहती थी, इसलिए अनिल ने उसकी बात मानी और बरेली शहर के ओम सिटी कॉलोनी में घर किराए पर लेकर रहने लगा. उसी घर में अनिल ने अपने छोटे भाई सचिन को भी साथ रख लिया. लेकिन शहर में रहना उनके लिए आसान नहीं था. परिवार से दूरी, बढ़ते खर्च और तनाव ने उनके रिश्ते में दरार डाल दी.
रोज के झगड़े बने मौत की वजह
अनिल ने पूछताछ में बताया कि शादी के कुछ समय बाद अनीता उस पर शक करने लगी थी. उसे लगता था कि अनिल का किसी दूसरी महिला से संबंध है. वहीं, अनिल को शिकायत थी कि अनीता बिना वजह ताने मारती थी और छोटी-छोटी बातों पर बहस करती थी. अनिल ने पुलिस को बताया कि पिछले कई महीनों से उनके बीच झगड़े आम बात बन चुके थे. 28 अक्टूबर यानी मंगलवार की सुबह भी दोनों में जोरदार विवाद हुआ. गुस्से में आकर अनिल ने अपने भाई सचिन को बुलाया. सचिन ने अनीता के हाथ पकड़ लिए, और उसी वक्त अनिल ने घर में रखे हंसिये से उसकी गर्दन काट दी. हत्या के बाद दोनों भाइयों ने घर में ताला लगा दिया और बाहर चले गए. शाम को लौटकर उन्होंने पड़ोसियों से कहा कि अनीता कहीं चली गई है.
खून से सना कमरा और टूटा सन्नाटा
मंगलवार शाम जब लंबे समय तक घर का ताला नहीं खुला तो पड़ोसियों को शक हुआ. उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का नजारा देखकर सबके होश उड़ गए. अनीता का शव फर्श पर खून से लथपथ पड़ा था. पास में वही हंसिया पड़ी थी जिससे उसकी हत्या की गई थी. सीओ (क्षेत्राधिकारी) नीलेश मिश्रा ने बताया कि अनीता का शरीर बहुत बुरी हालत में था, जिससे साफ दिख रहा था कि हत्या क्रूर तरीके से की गई है. उन्हें पूरी आशंका थी कि हत्या में एक से ज्यादा लोग शामिल थे, और अनिल ने पूछताछ में यह बात मान भी ली.
सास-ससुर पर दहेज उत्पीड़न का मामला
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि अनीता अक्सर अपने मायके वालों से कहती थी कि ससुराल वाले उसे दहेज के लिए ताने देते हैं. हालांकि घटना के वक्त सास-ससुर गांव में थे, लेकिन पारिवारिक तनाव और झगड़ों में उन्होंने कभी हस्तक्षेप नहीं किया. इस वजह से उन पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है. रविवार को जब पुलिस ने अनिल को कोर्ट में पेश किया, तो वह लंगड़ाते हुए बाहर आया. उसे घसीटते हुए पुलिस वैन में ले जाया गया. चेहरे पर पछतावे के भाव साफ दिख रहे थे। मीडिया से बात करते हुए उसने कहा, 'मैं बहुत परेशान था रोज की लड़ाई और तानों से मेरा दम घुट रहा था. गुस्से में मुझसे गलती हो गई.' सीओ नीलेश मिश्रा ने बताया कि अनीता पूरी तरह स्वस्थ और मजबूत थीं, इसलिए अकेले उसकी हत्या करना आसान नहीं था. इसलिए अनिल ने अपने भाई सचिन को भी शामिल किया और दोनों ने मिलकर इस हत्या की योजना बनाई.





