शाकाहारी भोजन, शराब से परहेज... महाकुंभ मेले के लिए यूपी पुलिस कैसे कर रही है ट्रेनिंग?
Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ मेला 2025 की तैयारी जोरों-शोरों से तैयारी चल रही है. इसे लेकर सुरक्षा के लिए बड़ी तैयारी चल रही है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सकारात्मक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग सहित सुरक्षा उपायों को शामिल किया जा रहा है.

Maha Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश पुलिस अपने कर्मियों को महाकुंभ मेला 2025 के लिए खास ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके तहत उन्हें शाकाहारी भोजन, शराब से परहेज और व्यवहारिक प्रशिक्षण जैसे कदम उठा रही है.
महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति, धार्मिकता, और समृद्ध परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है और विश्व भर से लोग इसमें भाग लेने आते हैं. बता दें कि महाकुंभ का आयोजन 12 साल बाद होता है.
कब शुरू होगा महाकुंभ?
महाकुंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन शुरू होगा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन समाप्त होगा. सीनियर पुलिस अधीक्षक (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बनाए रखने के साथ-साथ पुलिस का प्राथमिक ध्यान तीर्थयात्रियों के लिए स्वागत योग्य माहौल तैयार करना होगा.
उन्होंने कहा, 'हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव मिले और पुलिस सौहार्दपूर्ण व्यवहार करे. पुलिस वाले न केवल कानून लागू करने वाले बनें, बल्कि आस्था के सेवक के रूप में काम करें.'
महाकुंभ के लिए पुलिस की ट्रेनिंग
महाकुंभ के लिए तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों को मेला क्षेत्र में व्यवहार-केंद्रित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. शिष्टाचार और सार्वजनिक सेवा के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए बाहरी प्रशिक्षकों को भी बुलाया जा रहा है.
अब तक 1,500 पुलिसकर्मियों ने ट्रेनिंग पूरा कर लिया है. मेला शुरू होने तक 40,000 पुलिसकर्मी ट्रेनिंग पूरा कर लेंगे. ट्रेनिंग कार्यक्रम के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 21 दिन के मॉड्यूल के तहत एक बार में 700 पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दिया जा रहा है.
मांसाहारी भोजन और शराब की अनुमति नहीं
जिला पुलिस प्रमुख द्विवेदी ने खान-पान के संबंध में महाकुंभ की सख्त नीतियों को फॉलो किया जाएगा और कहा कि मेला मैदान में मांसाहारी भोजन या शराब की अनुमति नहीं होगी.
उन्होंने कहा, 'पुलिस मेस में भोजन पूरी तरह शाकाहारी है और हमने सभी कर्मियों को निर्देश दिया है कि वे श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कार्य करें.'
साइबर क्राइम से निपटने की भी ट्रेनिंग
उन्होंने कहा, 'मैंने विनम्र व्यवहार का महत्व सीखा है और संकट के समय में भक्तों की सहायता करने का तरीका भी सीखा है. ट्रेनिंग में साइबर क्राइम की रोकथाम जैसे विषयों को भी शामिल किया गया.' व्यवहारिक प्रशिक्षण के अलावा पुलिस को महाकुंभ की पवित्रता बनाए रखने के भी निर्देश दिए जा रहे हैं.
AI चैटबॉट- 'कुंभ सहायक'
इस बार महाकुंभ में नई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा. भक्तों को 'भाषिनी' ऐप के जरिए 10 से ज़्यादा भाषाओं में जानकारी देने के लिए एक AI चैटबॉट 'कुंभ सहायक' विकसित किया जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य भाषा संबंधी बाधाओं को दूर करना और बड़ी संख्या में भक्तों को तुरंत सहायता प्रदान करना है.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घोड़ों पर सवार पुलिस
पुलिस गैर-हिंदी भाषी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए द्विभाषी कर्मियों और ट्रांसलेटर को भी तैनात करेगी. 160-170 घोड़ों पर सवार घुड़सवार पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करेंगे.