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अब भूलकर भी ऐसा नहीं होगा! आखिर कैसे हुआ बहराइच हिंसा के आरोपियों का एनकाउंटर?

Bahraich Encounter: बहराइच हिंसा मामले में दो आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर किया है. ये दोनों नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे. दोनों आरोपियों में से एक को दाहिने पैर में गोली लगी जबकि दूसरे को बाएं पैर में गोली मारी गई है और उनका इलाज चल रहा है.

अब भूलकर भी ऐसा नहीं होगा! आखिर कैसे हुआ बहराइच हिंसा के आरोपियों का एनकाउंटर?
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Bahraich Encounter
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 17 Oct 2024 7:32 PM IST

Bahraich Encounter: उत्तर प्रदेश में बहराइच में राम गोपाल मिश्रा की मौत के बाद आसपास के गांव में हिंसा फैल गई थी, जिसमें कई घरों को जला दिया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों का एनकाउंटर कर गिरफ्तार लिया. इसमें दोनों घायल हो गए, जिसके बाद उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. ये एनकाउंटर बहराइच जिले की पुलिस ने की है. दोनों आरोपी अब्दुल हामिद के बेटे हैं जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था. घटना को लेकर अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बहराइच हिंसा के दोनों आरोपियों में से एक को दाहिने पैर में गोली लगी जबकि दूसरे को बाएं पैर में गोली मारी गई. अपराध को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था. घटना 17 अक्टूबर दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है, जो नानपारा कोतवाली क्षेत्र के कुर्मीनपुरवा का है. पुलिस भाग रहे दोनों आरोपियों की घेराबंदी की. इस दौरान दोनों नेपाल की ओर फरार होने की कोशिश में लगे थे. पुलिस ने उन पर कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाई, जिसमें दोनों के पैर में गोली लगी और दोनों बुरी तरह घायल हो गए. उन्हें जिला अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया.

बहराइच एसपी ने बताई घटना की पूरी कहानी

बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा, 'जब पुलिस टीम हत्या के हथियार की बरामदगी के लिए नानपारा क्षेत्र में गई थी. इस दौरान मोहम्मद सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्मद तालिब उर्फ सबलू ने हत्या वाले हथियार को लोड करके रखा था, जिसका इस्तेमाल उन्होंने पुलिस पर फायरिंग करने के लिए किया. सेल्फ डिफेंस में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों घायल हो गए. उनका इलाज चल रहा है. हमने अन्य तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. सभी 5 को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है. उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. उनका इलाज चल रहा है और वे जिंदा हैं.'

आरोपी की बेटी का बयान

बहराइच में जिस मकान मालिक अब्दुल हमीद पर गोपाल मिश्रा पर गोली चलाने का आरोप है, उनकी बेटी रुखसार का कहना है कि 'कल 4 बजे मेरे पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाई सरफ़राज़ ,फ़हीम औऱ उनके साथ एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ने उठाकर ले गई थी. मेरे पति और मेरे देवर को पुलिस पहले ही ले गई है. किसी भी थाने से उनकी कोई ख़बर नहीं मिल पा रही है हमें डर है कि उनका एनकाउंटर कर हत्या की जा सकती है.'

अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को बताया प्री-प्लांड

एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'यह घटना प्रशासनिक विफलता थी. सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही है. अगर एनकाउंटर से राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार होता तो यूपी दुनिया के कई राज्यों से आगे होता. अगर जुलूस के लिए अनुमति ली गई थी तो इसे शांतिपूर्ण तरीके से क्यों नहीं निकाला गया? अगर वे इतने छोटे कार्यक्रम को संभाल नहीं सकते तो उनसे राज्य में कानून व्यवस्था की उम्मीद कैसे की जा सकती है. सरकार फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है.यह घटना यूं ही नहीं हुई, इसकी योजना बनाई गई थी.'

कांग्रेस ने लगाया फेक कार्रवाई का आरोप

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, 'सरकार शुरू से ही फर्जी एनकाउंटर कर रही है. वे सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.' वहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. राज्य में फर्जी मुठभेड़ों की एक लिस्ट है. मुझे लगता है कि जिस राज्य में एडीजी कानून व्यवस्था को दंगों के 48 घंटे बाद भी हथियार लेकर घूमना पड़े. इसका मतलब है कि वहां कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. हम यूपी में शांति बहाल करने की अपील कर रहे हैं.'

ओपी राजभर के तीखे तेवर

उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने सरकार का बचाव करते हुए कहा, 'जब पुलिस किसी को गिरफ्तार करने जाती है और उन पर गोलियां चलती हैं तो क्या पुलिस उन्हें माला पहनाएगी या उन पर फूल बरसाएगी?... जिंदा या मुर्दा, उन्हें (अपराधियों को) पकड़ा जाना चाहिए. अगर उन्होंने कोई अपराध किया है तो उन्हें भूमिगत या जेल में रहना होगा या स्वर्ग जाना होगा... देश और राज्य में व्यवस्था होनी चाहिए.'

विसर्जन के दौरान हुई घटना

बता दें कि रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें 22 वर्षीय एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. मृतक की पहचान राम गोपाल मिश्रा के रूप में हुई थी. इसके अलावा पथराव और गोलीबारी में छह अन्य लोग भी घायल हो गए. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी.

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