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1954 के महाकुंभ में 800 लोगों की हुई थी मौत! जानिए कब-कब मची संगम तट पर भगदड़?

मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर लोगों के बीच भगदड़ मच गई. इसके कारण कई लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, इस भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद की श्रद्धालुओं से अपील है कि वह केवल प्रयागराज नहीं बल्कि गंगा किनारे कहीं भी स्नान कर सकते हैं.

1954 के महाकुंभ में 800 लोगों की हुई थी मौत! जानिए कब-कब मची संगम तट पर भगदड़?
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 29 Jan 2025 9:54 AM IST

महाकुंभ मेले में मंगलवार देर रात मची भगदड़ ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस भगदड़ ने लोगों के मन में इस मेले से जुड़ी पुरानी यादें ताजा कर दी हैं. यह पहली बार नहीं है, जब महाकुंभ में ऐसे हादसे हुए हैं. इससे पहले भी कई बार लोग इस भगदड़ का शिकार हो चुके हैं.

यह बात 1954 की है, जब इलाहाबाद में महाकुंभ का भव्य मेला लगाया गया था. इस साल 3 फरवरी को कुछ ऐसा हुआ, जिसने सभी को हैरान कर दिया. चलिए जानते हैं कब-कब कुंभ में भगदड़ के कारण लोगों ने अपनी जान गंवाई.

1954 में 800 लोगों की मौत

1954 में हुए महाकुंभ में मची भगदड़ में 800 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. यह कुंभ मेले के दर्ज इतिहास में सबसे भयानक त्रासदी है. इसका आरोप तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर लगाया गया, क्योंकि वह इस जगह के पास ही मौजूद थे.

नासिक कुंभ का हादसा

1954 के बाद साल 2003 में नासिक में महाकुंभ का आयोजन हुआ था, जहां लोग दोबारा से हादसे का शिकार हुए. इस दौरान भयानक भगदड़ मची, जिसके कारण 39 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. वहीं, इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

हरिद्वार कुंभ मेले में भगदड़

नासिक के बाद साल 2010 में हरिद्वार में महाकुंभ का मेला हो रहा था. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 अप्रैल 2010 के दिन शाही स्नान के दौरान साधुओं और श्रद्धालुओं के बीच झड़प हो गई. साधुओं और श्रद्धालुओं में कहासुनी के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी. इसके चलते 7 लोगों की मौत हुई और 15 लोग जख्मी हो गए थे.

2013 में भी मची थी भगदड़

साल 2013 में कुंभ मेले के दौरान मौनी अमावस्या के दिन भी ऐसा ही हादसा हुआ था. यह बात 10 फरवरी 2013 की है. जहां प्रयागराज जंक्शन (इलाहाबाद) पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. प्लेटफॉर्म पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी. ओवरब्रिज से ठसाठस लोगों से भरा हुआ था. इसके बाद शाम करीब 7 बजे फ्लेटफॉर्म 6 की ओर जाने वाले फुट ओवरब्रिज की सीढिय़ों पर अचानक भगदड़ मची. इस भगदड़ में कई लोग कुचले गए, तो अन्य लोगों ब्रिज से नीचे गिए गए.

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