भगदड़ के बाद मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में कैसे होगा अमृत स्नान? सुनिए संतों की जुबानी, VIDEO
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, 'जैसे ही मुझे भगदड़ के बारे में पता चला, हमने अपने शिविर में सभी को सूचित कर दिया कि हम आज एक साथ स्नान नहीं करेंगे. सभी को अपने निकटतम गंगा घाट पर स्नान करने के लिए कहा गया है.

महाकुंभ में मची भगदड़ में 10 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं. यह हादसा दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले हुआ, जब भारी भीड़ के कारण अफरातफरी मच गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और बीते दो घंटों में तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर चुके हैं. राहत और बचाव कार्यों के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
पहले अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का एलान किया था, लेकिन अब कहा गया है कि जब भीड़ कम होगी, तब अखाड़े स्नान के लिए जाएंगे. लोगों को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए बैरिकेडिंग हटा दी गई है, लेकिन अभी भी श्रद्धालु संगम तट की ओर जाने की कोशिश कर रहे हैं. साधु-संत लगातार अपील कर रहे हैं कि लोग संयम बनाए रखें और संगम तट पर भीड़ न बढ़ाएं. परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने ANI से बात करते हुए कहा कि मौनी अमावस्या पर अब महाकुंभ स्नान कैसे होगा.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, 'जैसे ही मुझे भगदड़ के बारे में पता चला, हमने अपने शिविर में सभी को सूचित कर दिया कि हम आज एक साथ स्नान नहीं करेंगे. सभी को अपने निकटतम गंगा घाट पर स्नान करने के लिए कहा गया है. हमने 'सामूहिक स्नान' रद्द कर दिया है. सभी की भलाई और सेवा अभी सभी की प्राथमिकता होगी. हमने उन लोगों के लिए प्रार्थना की है जो इस घटना में घायल हुए हैं.
आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले एक घंटे में दो बार सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है और लगातार संपर्क में हैं. प्रशासन सक्रिय रूप से काम कर रहा है. हमने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और लोगों और पीड़ितों से मिलने के लिए संगम जा रहे हैं.'