बुझ गए चिराग! आग में समा गए 10 नवजात बच्चे, रोते बिलखते मां-बाप, आखिर झांसी के अस्पताल में कैसे लगी आग?
Jhansi Hospital Fire: घटना की जांच करने और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपने के लिए आयुक्त और डीआईजी की दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. आग लगने के कारण कई लोग खिड़की से बाहर निकलकर जान बचा रहे थे, जो कि घने धुएं के कारण काली हो गई थी.

Jhansi Hospital Fire: उत्तर प्रदेश के झांसी के सरकारी अस्पताल में 10 नवजात बच्चों ने तो बाहरी दुनिया भी नहीं देखा था और अलविदा कह गए. राजकीय महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में शुक्रवार रात आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जबकि 47 के करीब नवजात को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है. इनमें से 16 जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि कई अग्निशमन गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और दर्जनों बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन कई नवजात शिशु बच नहीं पाए और आग लगने से अस्पताल में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. अस्पताल के बाहर दुखी माता-पिता रो-रोकर बुरा हाल है. एक को कहते सुना गया कि मेरा बच्चा मर गया है, जबकि उसके पीछे दो महिलाएं रो रही थीं.
शॉर्ट सर्किट हो सकती है वजह
आग के कारण वार्ड में जले हुए उपकरण भी थे, जहां नवजात शिशुओं को रखा गया था. कई लोग खिड़की से बाहर निकलकर जान बचा रहे थे, जो कि घने धुएं के कारण काली हो गई थी. झांसी के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार ने बताया कि NICU के कर्मचारियों ने अधिकारियों को बताया कि आग 15 नवंबर की रात 10.30 से 10.45 बजे के बीच लगी. ऐसा माना जा रहा है कि ये आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है.
अंदर के यूनिट में लगी आग
NICU दो पार्ट में हैं - बाहरी यूनिट में स्थिर स्थिति वाले शिशुओं के लिए और आंतरिक यूनिट में गंभीर स्थिति वाले शिशुओं के लिए. डीएम ने कहा, 'बाहरी यूनिट में लगभग सभी बच्चे सुरक्षित हैं. हालांकि, आंतरिक यूनिट में मौजूद 10 बच्चों की जान चली गई. उन्होंने बताया कि घायल बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने भी जताया दुख
पीएम मोदी ने भी दुख तजाते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.'
जांच के लिए बनी टीम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, ' ये मौतें बेहद दुखद और दिल को झकझोर देने वाला है.' उन्होंने लिखा, 'जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं. मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को मोक्ष प्रदान करें और घायलों को जल्द स्वस्थ करें.' वहीं मृतक के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये का एलान किया गया है.
घटना की जांच करने और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपने के लिए आयुक्त और डीआईजी की दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है.