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तीन बार फेल हुई तो लिया एलएलबी में एडमिशन, दूसरे प्रयास में RJS की परीक्षा पास कर बनी जज

राजस्थान की रहने वाली रसना मीणा ने RJS परीक्षा में 185वीं रैंक हासिल की है. लेकिन इस सफलता मिलने से पहले कुछ कर दिखाने की लगन और चाह दिखाई देती है. B.SC में तीन बार फेल हुईं फिर भी हार नहीं मानी और LLB किया. जहां दूसरी ही बारी में परीक्षा में पास होकर जज का पद हासिल किया है.

तीन बार फेल हुई तो लिया एलएलबी में एडमिशन, दूसरे प्रयास में RJS की परीक्षा पास कर बनी जज
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सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 28 Oct 2024 8:33 PM IST

मेहनत करके और विफलताओं से बिना घबराए कुछ कर दिखाने की व्यक्ति को बेहतर इंसान बनाने में मदद करता है. राजस्थान के दौसा जिले से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. दौसा के लालसोट विधानसभा क्षेत्र के मंडावरी गांव में रहने वाली मीणा ने अपनी मेहनत और लगन से गांव का नाम ऊंचा कर दिया है.

कुछ कर दिखाने की ललक ने मीणा को आज RJS अधिकारी बनने में सफलता दिलाी है. दरअसल मीणा की रूची बचपन से ही कानूनी पढ़ाई करने की थी. अपनी इच्छाओं को धार देते हुए मीणा ने 12वीं क्लास के बाद से ही कानूनी शिक्षा लेना का सोचते हुए B.SC में एडमिशन ले लिया. हालांकि B.SC में कुछ अच्छी सफलता उसके हाथ नहीं लगी. तीन बार परक्षा देने के बाद वह उसमें पास हुई.

LLB में दिखाई रूचि

भले ही B.SC में तीन बार विफलताओं का सामना उसे करना पड़ा हो, लेकिन इन विफलताओं से भी मीणा ने हार नहीं मानी और LLB में एडमिशन लिया. नतीजा रहले ही प्रयास में परीक्षा देने के बाद वह इंटरव्यू तक पहुंची. लेकिन उस दौरान भी सफलता उसके हाथ नहीं लगी. लेकिन यहां भी उसने हिम्मत नहीं हारी. लेकिन जब दूसरी बार प्रयास किया तो RJS की परीक्षा पास कर ली. जिसके बाद रसना मीणा अब CMHO ऑफिस में लीगल ऑफिसर के पद को संभालने वाली हैं.

RJS परीक्षा में इस छात्र ने किया टॉप

वहीं मीणा ने भले ही परीक्षा पास की हो लेकिन इस परीक्षा में टॉप करने वाली लिस्ट में बेटियों ने बाजी मारी है. कुल 222 उम्मीदवार परीक्षा के बाद सिलेक्ट हुए थे. वहीं इसके बाद सिलेक्शन प्रोसेस हुआ. वहीं RJS में राधिका बंसल ने टॉप किया है. वहीं राधिका के टॉप करने पर गांव वासियों ने खुशी जताई है. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि परीक्षा को टॉप करने में उनके परिवार ने पूरा सपोर्ट किया है. साथ ही परीक्षा या फिर एग्जाम को लेकर किसी तरह का तनाव नहीं लिया है. वहीं टॉप करने की खबर जैसे ही परिजनों और दोस्तों को मिली, तो गांव में ढोल और नगाड़ों के साथ उसका स्वागत किया गया.

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