राजस्थान पेपर लीक मामले में दो ट्रेनी SI हुए गिरफ्तार, पिता के कनेक्शन ने की चीटिंग करने में मदद
राजस्थान पुलिस पेपर लीक मामले में SOG टीम को बड़ी सफलता मिली है. अधिकारियों ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों की पहचान जालोर में रहने वाले के रूप में हुई है. वहीं अधिकारी अब आगे की पूछताछ कर रहे हैं.

जयपुरः राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप SOG टीम ने रविवार को पुलिस परीक्षा लीक मामले में दो ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए ट्रेनियों की पहचान भी सामने आई है.
मिली जानकारी के अनुसार ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर दिनेश राम और प्रियंका कुमारी को SOG की टीम ने गिरफ्तार किया. बताया गया कि दोनों भाई-बहनों को परीक्षा के क्वेश्चन पेपर पिता की सहायता से मिला.
जेल में बैठाया कनेक्शन
जोधपुर में जेल की सजा काटने के दौरान पिता ने अपने बच्चों के लिए कनेक्शन सेट किया था. जिसके बाद जेल से बाहर आते ही पेपर दिलवाने में बच्चों की सहायता की. वहीं इसी कनेक्शन की मदद से परीक्षा से ठीक पहले बच्चों को क्वेश्चन पेपर मिला. इस संबंध में एसओजी ADGP वीके सिंह ने कहा कि ट्रेनी एसआई प्रियंका कुमारी और उसका भाई दिनेश राम दोनों जालोर के रहने वाले हैं. इस मामले में अब तक 44 एसआई गिरफ्तार हो चुके हैं. दोनों के पिता को इस पूरे मामले की जानकारी थी.
पिता के खिलाफ दर्ज हैं दो मामले
आपको बता दें कि इस पेपर लीक मामले में पिता का भी उतना हाथ है. जितना की उनके बच्चों का. पिता भागीरथ के खिलाफ NDPS के दो मामले दर्ज हैं. वहीं गोपाल एक बर्खास्त SHO थे. उन्हें कच्चे तेल के आरोप में जेल भेजा गया था. तीनों के जेल से रिहा होने के बाद, भागीरथ ने कथित तौर पर लीक हुए परीक्षा पेपर के लिए गोपाल सारण को 20 लाख रुपये का भुगतान किया.
अपनी बहन को थमाया पेपर
ट्रेनी सब इंस्पेक्टर प्रियंका एग्जाम सेंटर सीकर रोड पर एक स्कूल में पड़ा था. 14 सितंबर साल 2021 को दिनेश ने अपनी बहन को गोपाल से मिलवाने के लिए ले गया था. गोपाल ने अपनी SUV कार के अंदर क्वेश्चन पेपर दिया. वहीं गोपाल ने उसे आंसर की दी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार राम सिंह ने बताया कि दिनेश के मोबाइल फोन पर परीक्षा हॉल में प्रियंका को मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत दिलवाई. जिसके तहत उसे एक्गजाम में 132 रैंक हासिल हुई.
दोनों को परीक्षा में मिली इतनी रैंक
दिनेश को इस परीक्षा में 99th रैंक हासिल हुई थी. वहीं उसकी बहन प्रियंका को 132 रैंक हासिल हुई. इस पर अधिकारियों का कहना है कि प्रियंका की मदद करने को लेकर दिनेश की गिरफ्तारी उन्होंने की है. हालांकि खुद दिनेश ने भी परीक्षा के क्वेश्चन और आंसर रट्ट कर परीक्षा को पास किया है. वहीं SOG ने इस मामले को लेकर कई जगहों पर छापेमारी भी की है.