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राजस्थान में शिक्षा का हाल बेहाल, 33.4 फीसद बच्चों को माता-पिता ने नहीं भेजा स्कूल, जानें सर्वे की पूरी डिटेल

नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) के काम्प्रीहेन्सिव एनुअल मॉड्यूलर सर्वे 2022-23 के मुताबिक राजस्थान में 95 प्रतिशत लोग पढ़ना-लिखना जानते हैं, लेकिन इनमें से केवल 19 प्रतिशत ने विज्ञान एवं तकनीकी में ग्रेजुएट किया है. वहीं 15 साल से ज्यादा उम्र के 83.5 प्रतिशत लोग स्मार्टफोन चलाना जानते हैं. जानें इस सर्वे की और सभी जानकारी. आपको बता दें कि 2011 में हुई जनगणना में राजस्थान की कुल आबादी 8.1 करोड़ के आस-पास की बताई गई थी.

राजस्थान में शिक्षा का हाल बेहाल, 33.4 फीसद बच्चों को माता-पिता ने नहीं भेजा स्कूल, जानें सर्वे की पूरी डिटेल
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( Image Source:  Freepik )

दुनिया में बहुत से लोग है जिन्होंने पढ़ाई नहीं की या कम पढ़ाई की है. नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) के काम्प्रीहेन्सिव एनुअल मॉड्यूलर सर्वे 2022-23 के मुताबिक राजस्थान में अनपढ़ लोगों की संख्या कुछ ऐसी है. 6 से 18 साल की उम्र के 2.6 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं, जो कभी स्कूल नहीं गए. इनमें से 7.9 प्रतिशत ने स्कूल न जाने का कारण फाइनेंनशियल दिक्कत बताया, जबकि 15.3 प्रतिशत को पढ़ाई में रुचि नहीं थी. वहीं, 33.4 प्रतिशत बच्चों के माता-पिता ने उन्हें स्कूल भेजने की इजाजत नहीं दी. खराब स्वास्थ्य के कारण 12.1 प्रतिशत बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया, जबकि 31.3 प्रतिशत बच्चों ने इसका कोई कारण नहीं बताया.

प्राइमरी एजुकेशन में राजस्थान के हालात

हालांकि, 6 से 10 साल के बच्चों की प्राइमरी एजुकेशन में राजस्थान ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ दिया है. राजस्थान में 90.2 प्रतिशत बच्चे प्राइमरी स्कूल में पढ़ रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 85.6 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 89.9 प्रतिशत है. इसके अलावा, 25 साल से ज्यादा उम्र के 33.4 प्रतिशत लोग राजस्थान में मैट्रिक पास हैं, जो मध्य प्रदेश के 30.8 प्रतिशत के मुकाबले ज्यादा है.

इतने प्रतिशत लोगों को नहीं आता जोड़ना-घटाना

राजस्थान में 15 साल से ज्यादा उम्र के करीब 27 प्रतिशत लोगों को जोड़ना-घटाना नहीं आता हैं. यह आंकड़ा राजस्थान को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों से भी पीछे रखता है. उत्तर प्रदेश में यह प्रतिशत 25.4, मध्य प्रदेश में 22, गुजरात में 15.8 और हरियाणा में 15.1 है, जिनकी गणित बहुत कमजोर है.

ग्रेजुएट लोगों की साइंस में रुचि

राजस्थान में 95 प्रतिशत लोग पढ़ना-लिखना जानते हैं, लेकिन इनमें से केवल 19 प्रतिशत ने विज्ञान एवं तकनीकी में ग्रेजुएट किया है. अन्य राज्यों की तुलना में यह संख्या कम है. उत्तर प्रदेश में 22.6 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 31 प्रतिशत, हरियाणा में 24.8 प्रतिशत और गुजरात में 31.8 प्रतिशत लोग विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में ग्रेजुएट हैं.

स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रति व्यक्ति खर्च

राजस्थान में प्रति व्यक्ति अस्पताल में भर्ती होने पर सालाना इलाज पर 715 से 1092 रुपये खर्च होते हैं. वहीं, बिना अस्पताल में भर्ती हुए इलाज कराने पर 30 दिनों में औसतन 94 से 107 रुपये खर्च होते हैं.

स्मार्टफोन का यूज

राजस्थान में 15 साल से ज्यादा उम्र के 83.5 प्रतिशत लोग स्मार्टफोन चलाना जानते हैं. अन्य राज्यों की तुलना में यह आंकड़ा मध्य प्रदेश (81.9 प्रतिशत), गुजरात (85.8 प्रतिशत), हरियाणा (86.3 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (84.6 प्रतिशत) के बराबर है.

इंटरनेट का यूज कितनो को आता

राजस्थान में 15 साल से ज्यादा उम्र के 59.6 प्रतिशत लोग इंटरनेट चलाना जानते हैं. मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा 58.2 प्रतिशत है, जबकि गुजरात में 69.4 प्रतिशत, हरियाणा में 68.5 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 53.2 प्रतिशत लोग इंटरनेट का यूज करते हैं.

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