एमटेक चोर का कारनामा उड़ा देगा होश, पलक झपकते उड़ा लेता था लग्जरी कार
नूंह मेवात का रहने वाला यह चोर व्यवस्थित तरीके से चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. इसकी एक टीम रैकी करती थी तो दूसरी टीम गाड़ियों पर से चेसिस नंबर और इंजन नंबर मिटा कर दूसरा डाल देती थी. इसी प्रकार इन गाड़ियों का पूर्वोत्तर के राज्यों में रजिस्ट्रेशन कराकर बेच दिया जाता था.

लग्जरी गाड़ियों की चोरी करने वाले एक गिरोह का खुलासा जयपुर पुलिस किया है. इस गिरोह का सरगना हरियाणा में नूंह मेवात का रहने वाला शातिर चोर अकील अहमद है. यह पलक झपकते किसी भी गाड़ी को अपने लैपटॉप से कनेक्ट करता था और डुप्लीकेट चाबी बनाकर गाड़ी को उड़ा लेता था. यह चोर भी कोई ऐसा वैसा नहीं है, इसलिए ऑटो मोबाइल में ही एमटेक किया है और कुछ दिन नौकरी भी की है. बाद में इसने नौकरी छोड़ कर गाड़ियों की चोरी के लिए एक गिरोह बना लिया. जयपुर पुलिस ने इसके गिरोह के दो सदस्यों को भी अरेस्ट किया है. पुलिस के मुताबिक इस चोर ने अपने गिरोह में अलग टीमें बनाई है.
हर टीम का काम भी अलग अलग है. एक टीम केवल रैकी करती है और आरोपी को बताती है कि कहां लग्जरी कार खड़ी होती है. इसके बाद यह अपना लैपटॉप लेकर पहुंचता है और महज दो से तीन मिनट में गाड़ी को अनलॉक करता है. इसके बाद इसके साथी गाड़ी लेकर फरार हो जाते है. कुछ दिन तक इस गाड़ी को छिपाए रखने के बाद दूसरी टीम काम में जुट जाती है. इस टीम का काम गाड़ी का इंजन और चेसिस नंबर घिसकर मिटाना और उसकी जगह पर दूसरा नंबर डालना होता है. यह काम होने के बाद तीसरी टीम एक्टिव होती है. इस टीम का काम मणिपुर से लेकर नगालैंड तक पूर्वोत्तर के किसी भी राज्य में इस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराना और फिर उसे बेच देना होता है.
नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस
पुलिस ने अकील अहमद से उसके नेटवर्क के बारे में पूछताछ की तो उसे खुद नहीं पता था कि उसके गिरोह में कितने लोग काम करते हैं. उसने बताया कि वह केवल सभी टीम लीडर को जानता है और उन्हीं के संपर्क में रहता था. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बीते आठ महीने में 12 लग्जरी कारों की चोरी की वारदात कबूली है. इनमें 11 क्रेटा कार हैं. पुलिस के मुताबिक छह महीने पहले जयपुर से तीन कारें चोरी हुई थी. बड़ी मुश्किल से पुलिस ने इन कारों की लोकेशन ट्रैस की और दबिश के दौरान इस गिरोह का खुलासा हो पाया है.