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पंखे से निकली चिंगारी ने गुरुकुल के भविष्य को किया राख, 4 बच्चों की हालत गंभीर

राजस्थान के बूंदी जिले के एक गुरूकुल में आग लगने से 3 बच्चों की झुलसने की खबर आई है. इन बच्चों को नैनवा के जिला अस्पताल में एडमिट करवाया गया जिसके बाद इनकी कंडिशन को देखते हुए बूंदी और कोटा रेफर कर दिया गया है.

पंखे से निकली चिंगारी ने गुरुकुल के भविष्य को किया राख, 4 बच्चों की हालत गंभीर
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Bundi Fire, Symbolic Image Credit- Social Media
प्रिया पांडे
Edited By: प्रिया पांडे

Updated on: 3 Oct 2024 2:12 PM IST

गुरुवार सुबह राजस्थान के बूंदी जिले में स्थित एक गुरुकुल में आग लगने से 3 बच्चें बूरी तरह से झूलस गए. इस हादसे के तुरंत बाद नैनवा के अस्पताल में इन बच्चों को भर्ती करवाया गया, जहां शुरूआती इलाज के बाद एक बच्चे को बूंदी तो दो बच्चों को कोटा रेफर कर दिया गया है.

जिन दो बच्चों को कोटा रेफर किया गया है वे 80 % तक झुलस चुके हैं. नैनवा की DSP शंकर लाल मीणा हॉस्पिटल पहुंच कर हालातों की जानकारी ली.

जिला प्रशासन में हड़कंप

आग लगने की सूचना मिलने से पूरे जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. DM ने कोटा अस्पताल पहुंचकर अस्पताल प्रशासन से घटना के बारे जानकारी ली.

पूरा मामला

ऐसा बताया गया कि आग लगने की घटना टेबल फैन से निकली चिंगारी से लगी है. ये चिंगारी सीधा बच्चों के पलंग पर लगे गद्दे पर जा गिरी, इससे पहले बच्चे कुछ समझ पाते इतने में ही आग बहुत भयावह रूप ले लिया. चिल्लाने की आवाज सुनकर गुरुकुल में लगी आग पर काबू पाने की कोशिश की गई. आग की सूचना मिलने पर मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंच गई और बच्चों को नैनवा के अस्पताल में भर्ती कराया गया.

पुलिस का बयान

DSP शंकर लाल ने बताया कि गुरूकुल के प्रशासन के हिसाब से 14 बच्चों ने क्लास लेकर सोने चले गए थे. जिसमे से 10 बच्चे हॉल में और 4 बच्चें हॉल के बाहर सो गए. जहां वो 4 बच्चे सोए थे वहीं पर एक टेबल फैन और कूलर चल रहा था. सुबह 5 बजे की घटना है जब बच्चे गहरी नींद में सोए थे और शॉर्ट सर्किट हो गया. पंखे से निकली चिंगारी गद्दे पर गिरी जिससे बच्चे आग की चपेट में आ गए. कई बच्चों को बचा लिया गया पर चार इसकी चपेट में आ गए. बच्चों का इलाज चल रहा है. इन बच्चों के परिवार वालों को इस घटना के बारे में बता दिया गया है.

पुलिस ने बताया कि आग में झुलसे बच्चों की उम्र 12 और 13 साल की है. तीनों छात्रों में से दो बच्चे रितेश शर्मा, अभिजीत शर्मा, बूंदी के हैं जबकि एक शिवशंकर शर्मा बारां जिला का रहने वाला है.

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