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सिया-राम की शिकायतें! किस परेशानी में हैं भगवान की कलेक्टर के सामने बैठ गए सिंहासन पर? राजस्थान का अनोखा मामला कर देना हैरान

Dausa News: दौसा में मंदिर के रास्ते में अतिक्रमण के विरोध में ग्रामीण सियाराम की मुर्ति लेकर कलेक्टर साहब के दफ्तर पहुंच गए. यह रास्ता खसरा संख्या 34 के पास से होकर जाता है, जिस पर इन लोगों ने कब्जा जमा लिया है. कुछ लोगों ने रास्ता बंद कर दिया है. इस अतिक्रमण से हम परेशान हैं और आने-जाने में भी परेशानी होती है.

सिया-राम की शिकायतें! किस परेशानी में हैं भगवान की कलेक्टर के सामने बैठ गए सिंहासन पर? राजस्थान का अनोखा मामला कर देना हैरान
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( Image Source:  sora ai )

Rajasthan News: देश के किसी भी नागरिक को कानून से जुड़ी कोई समस्या होती है तो अदालत का दरवाजा खटखटाते हैं. वहां अपनी अपील दायर करते हैं, जिससे न्याय हो सके. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपनी समस्या लेकर मुखिया के पास जाते हैं. राजस्थान में भगवान श्रीराम और सीता माता कलेक्टर साहब के दफ्तर पहुंच गए. ये सुनने में अजीब लग रहा होगा, लेकिन सच है.

राजस्थान के दौसा जिले के गादरवाड़ा गांव का यह मामला बताया जा रहा है. दरअसल ग्राम गादरवाडा ब्राह्मणान में मंदिर जाने का रास्ता बंद कर दिया है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश फैला हुआ है. उन्होंने कलेक्टर ऑफिस के कई चक्कर लगा लेकिन कुछ नहीं हुआ.

क्या है मामला?

जब प्रशासन ने ग्राणीमों की बात को अनसुना कर दिया तो पुजारी और ग्रामीण ठाकुरजी को कलेक्ट्रेट लेकर पहुंच गए. ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा. गांव वालों ने कहा कि गादरवाड़ा ब्राह्मणान से बास-गुढ़लिया को जोड़ने वाला एक कच्चा रास्ता, खाता संख्या 21 की ओर जाता है. उसे मालियों की ढाणी के कुछ लोगों ने पूरी तरह बंद कर दिया है.

यह रास्ता खसरा संख्या 34 के पास से होकर जाता है, जिस पर इन लोगों ने कब्जा जमा लिया है. इस अतिक्रमण से हम परेशान हैं और आने-जाने में भी परेशानी होती है. इस मंदिर में भगवान सीतारामजी की सेवा-पूजा करते हैं, यहां सेवा से ही वह अपने परिवार को पालते हैं.

परिवार पालना मुश्किल

खाता 21 में कुल 14 खाते हैं, जिनमें 2 विधवाएं और 2 BPL परिवार शामिल हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जो कुछ राशन मिलता है, वही उन्हें थोड़ी राहत देता है. रास्ता बंद है. इसलिए इन परिवारों के लिए गुजारा करना बहुत मुश्किल हो रहा है.

रास्ते में लोगों का अतिक्रमण

ग्रामीणों ने कहा, कुछ लोगों ने मंदिर की जमीन तक पहुंचने वाले रास्ते पर कब्जा कर दिया था. फिर उसे बंद कर दिया. मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया. पुजारियों ने कई अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर भी लगाए, लेकिन उनका मामला सुनवाई के लिए आगे नहीं बढ़ा.

आखिर में पुजारियों ने भगवान सीतारामजी की मूर्ति लेकर जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर देवेंद्र कुमार को पूरे मामले के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से न्याय पाने के लिए भटक रहे हैं और अब दबंगों से मंदिर तक जाने वाला रास्ता वापस दिलाया जाए. इस पर कलेक्टर ने आदेश दिया कि मामले की जांच की जाएगी.

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